आयुर्वेद

आयुर्वेद- Ayurveda in Hindi

आयुर्वेद (Ayurveda in Hindi) तन, मन और आत्‍मा के बीच संतुलन बनाकर स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार करता है। ये लगभग 5 हजार साल पुरानी चिकित्सा पद्धति है, जिसमें प्रकृति के संसाधनों की मदद से विभिन्न बीमारियों का इलाज किया जाता है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में शरीर के तीनों चीजों का खास ख्याल रखा जाता है, पहला वात (Vata dosha), दूसरा पित्ता (Pitta dosha) और तीसरा कफ (Kapha dosha)। 

आयुर्वेद के ये 3 दोष क्यों जरूरी है?

पहला वात (Vata dosha), दूसरा पित्ता (Pitta dosha) और तीसरा कफ (Kapha dosha), ये तीन दोष इसलिए जरूरी हैं क्योंकि ये दोष केवल एक के शरीर के आकार को ही नहीं बल्कि शारीरिक प्रवृत्तियों जैसे भोजन की प्राथमिकता और पाचन को भी प्रभावित करता है, और किसी के मन और भावनाओं के स्वभाव को प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए

1.वात दोष (Vata dosha)
अगर कोई व्यक्ति वात दोष वाला है, तो उसे चिंता (anxiety),अस्थमा (asthma), हृदय रोग (heart disease), त्वचा की समस्याओं (skin problems) और गठिया (arthritis in hindi) जैसी स्थितियों के विकसित होने की अधिक संभावना है।

2.पित्त दोष (Pitta dosha)
पित्त दोष वाले व्यक्ति में दिल से जुड़ी बीमारियां, हाई बीपी और इंफेक्शन आदि बहुत ज्यादा होता है।

3.कफ दोष (Kapha dosha)
कफ दोष वाले व्यक्ति में  अस्थमा, मोटारा, डायबिटीज और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के होने का खतरा ज्यादा होता है।

आयुर्वेद किस लिए प्रयोग किया जाता है -What is ayurveda used for?

1. स्वस्थ रहने के लिए (ayurvedic daily routine tips in hindi)

2.तनाव को कम करने के लिए (ayurvedic treatment for reduce stress)

3.शरीर में लचीलेपन, शक्ति और सहनशक्ति में सुधार करने के लिए  (improve flexibility, strength and stamina)

3.अस्थमा के लिए आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Tips for Asthma Patients)

4. हाई बीपी (ayurvedic home remedies for high blood pressure in hindi)

5.गठिया जैसे रोगों से पीड़ित लोगों के लिए (ayurvedic treatment for gathiya in hindi)

6. कब्ज से निजात पाने के लिए (ayurvedic remedies for constipation in hindi)

7.वजन घटाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय (ayurvedic diet for weight loss in hindi)

8.डायबिटीज के लिए आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Home Remedies for Diabetes)

9.त्वचा के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे (ayurvedic tips for glowing skin in hindi)

10.बालों के लिए आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic remedy to boost hair health)

11. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय- (Ayurvedic Herbs For Immunity)

 

आयुर्वेद में न केवल उपचार होता है बल्कि यह जीवन जीने का ऐसा तरीका सिखाता है, जिससे जीवन लंबा और खुशहाल होता है। आयुर्वेद के अनुसार शरीर में वात, पित्‍त और कफ जैसे तीनों मूल तत्‍वों के संतुलन से कोई भी बीमारी आप तक नहीं आ सकती। लेकिन जब इनका संतुलन बिगड़ता है, तो बीमारी शरीर पर हावी होने लगती है और आयुर्वेद में इन्‍हीं तीनों तत्‍वों का संतुलन बनाया जाता है। साथ ही आयुर्वेद में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने पर बल दिया जाता है ताकि किसी भी प्रकार का रोग न हो। आयुर्वेद में विभिन्‍न रोगों के इलाज के लिए हर्बल उपचार (ayurvedic herbs in hindi), घरेलू उपचार, आयुर्वेदिक दवाओं, आहार संशोधन (ayurvedic diet plan in hindi), मालिश और ध्‍यान का उपयोग किया जाता है। आयुर्वेद क्‍या है, आयुर्वेद से विभिन्‍न रोगों को इलाज कैसे होता है, आयुर्वेद का इस्‍तेमाल कैसे किया जाता है, त्‍वचा के लिए आयुर्वेद कैसे काम करता है और आयुर्वेदिक औषधियां कौन-कौन सी हैं, इसके अलावा आयुर्वेद के बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए इस कैटेगरी को पढ़ें।