उत्तर भारत के कई हिस्सों में धुंध हो रही है, जिसमें से राजधानी दिल्ली भी धुंध और कोहरे की चादर में लिपटी हुई है। दिल्ली एनसीआर में बुधवार से घना कोहरा और धुंध छाई हुई है। इससे सड़कों पर ट्रैफिक होने के साथ ही आवागमन में भी कठिनाई हो रही है। कोहरे का असर सड़कों के साथ ही रेल यातायत और फ्लाइट्स को भी प्रभावित कर रहा है। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
धुंध और कोहरे से विजिबिलिटी हुई कम
धुंध और कोहरे के चलते दिल्ली एनसीआर की सड़कों की विजिबिलिटी कम हो गई है। वाहन चालकों को इसकी वजह से समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली-नोएडा की सड़कों पर तो आज सुबह विजिबिलिटी न के बराबर हो चुकी है। हालांकि, कुछ इलाकों की विजिबिलिटी सामान्य भीहै। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। विजिबिलिटी कम होने के कारण एक्सीडेंट होने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है। यह स्मॉग की चादर शरीर को कई तरीकों से प्रभावित कर सकती है।
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ट्रेनों और फ्लाइट पर भी पड़ा प्रभाव
दिल्ली एनसीआर में पड़ने वाली धुंध और कोहरे की चादर से रेल यातायात के साथ ही फ्लाइट्स भी प्रभावित हुई हैं। इसके चलते बुधवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लगभग 110 फ्लाइट्स की यात्रा प्रभावित हुई थी। वहीं, भारतीय रेलवे के मुताबिक कोहरे और धुंध के चलते 25 ट्रेनें देर से चल रही हैं। घने कोहरे और धुंध को देखते हुए मौसम विभाग ने राजधानी दिल्ली में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
शरीर पर इस तरह पड़ता है प्रभाव
- कोहरा और धुंध शरीर के लिए इन तरीकों से नुकसानदायक साबित हो सकता है।
- धुंध के संपर्क में आने से आंखों में जलन, इरिटेशन होने के साथ ही कई बार एलर्जी या फिर सूजन भी हो सकती है।
- धुंध के संपर्क में आने से त्वचा पर भी असर पड़ता है। इससे त्वचा पर लाल धब्बे होने के साथ ही एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है।
- ऐसी स्थिति में ब्रेन पर भी कई तरीकों से प्रभाव पड़ सकता है।
- कोहरे के संपर्क में आने से फेफड़ों पर भी असर पड़ता है। इससे अस्थमा या फेफड़ों में सूजन होने की भी समस्या हो सकती है।