दिल्ली में मिला कोविड के नए वैरिएंट JN.1 का पहला मरीज, देशभर में अबतक 110 मामलों की हुई पुष्टि

स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मीडिया को ओमीक्रॉन के सब-वेरिएंट जेएन.1 का पहला मामला सामने आने की जानकारी दी है। आइये जानते हैं।

Kunal Mishra
Written by: Kunal MishraUpdated at: Dec 28, 2023 12:21 IST
दिल्ली में मिला कोविड के नए वैरिएंट JN.1 का पहला मरीज, देशभर में अबतक 110 मामलों की हुई पुष्टि

Onlymyhealth Dabur Vedic Tea

देश में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। पिछले कुछ दिनों से कोविड के नए वैरिएंट JN.1 के मामले तेजी से पैर पसार रहे हैं। राजधानी दिल्ली में इस वैरिएंट के पहले मरीज की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मीडिया को ओमीक्रॉन के सब-वेरिएंट जेएन.1 का पहला मामला सामने आने की जानकारी दी है। दरअसल, यह जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए कोरोना के 3 नमूने भेजे गए थे, जिसमें से एक JN.1 और 2 ओमीक्रॉन के मिले हैं।  

एक्टिव मरीजों की संख्या पहुंची 35 

कोरोना के मामले दिल्ली में भी कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस वैरिएंट के दिल्ली में दस्तक देने के बाद राजधानी में एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 35 हो चुकी है। बुधवार को दिल्ली में 9 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। कोविड के नए मरीजों में से केवल 5 मरीज ही ऐसे हैं, जो अस्पताल में भर्ती हैं। अन्य लोग होम आइसोलेशन में हैं। यही नहीं, इसके चलते एक 28 वर्षीय युवक की मौत भी हो चुकी है। हालांकि, वह अन्य बीमारियों से भी पीड़ित था। 

JN.1 के 110 मामलों की हो चुकी है पुष्टि 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोविड के इस वैरिएंट ने भारत के कई राज्यों में दस्तक दे दी है। देशभर में इस वैरिएंट के अबतक कुल 110 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। सोमवार को अलग-अलग जगहों से जेएन 1 के 63 मामले सामने आए थे। जिसमें से 34 मामले गोवा, महाराष्ट्र से 9 , केरल से 6, कर्नाटक में 8, तमिलनाडु में 4 और तेलंगाना से 2 मामले सामने आए थे। 

इसे भी पढ़ें - कोरोना के नए JN.1 वैरिएंट को लेकर सरकार अलर्ट, राज्यों को जारी की एडवाइजरी

सतर्कता बरतने की दी गई सलाह 

सौरभ भारद्वाज ने बढ़ते मामलों की संख्या को देखते हुए लोगों को पैनिक नहीं होने और सावधानी बरतने की सलाह दी है। भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली में कोविड इंफेक्शन फैलने की दर एक प्रतिशत से कम है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की पूर्व साइंटिस्ट और ICMR की पूर्व डायरेक्टर जनरल डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा था कि JN.1 वैरिएंट के खतरनाक या गंभीर होने के बारे में फिलहाल कोई पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन इससे बचने के लिए हमें सावधानी जरूर बरतनी चाहिए। 

Disclaimer