Covid-19 JN.1 Variant Updates: देश में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 594 नए मामले दज किये गए हैं। केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे प्रदेशों से कोरोना के नए मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। देश में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोत्तरी के बाद एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 2669 हो गयी है। तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर सरकार भी अलर्ट पर है। आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों से देश में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के मामले भी सामने आ रहे हैं। यह नया वैरिएंट चीन, अमेरिका और सिंगापुर जैसे देशों में तेजी से फैल रहा है।
नोएडा में मिला कोरोना का मामला- JN.1 Covid Variant in Noida in Hindi
राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) में भी कोरोना का नया मामला काफी महीने बाद मिला है। गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाला 54 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग अब मरीज की हिस्ट्री निकाल रहा है। मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली की लैब में भेजा गया है। महीनों बाद नोएडा में कोरोना का पहला मामला मिलने के कारण स्थानीय स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है।
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वायरल और इंफ्लूएंजा के मरीजों की जांच के निर्देश
नोएडा में कोरोना का नया मामला मिलने के बाद सरकार एक्शन मोड में काम कर रही है। सरकार की तरफ से आदेश है कि वायरल इन्फेक्शन, श्वसन तंत्र में संक्रमण और इंफ्लूएंजा के लक्षणों वाले मरीजों की जांच प्राथमिकता होनी चाहिए। ऐसे मरीज जिनमें नए वैरिएंट JN.1 के लक्षण हैं, उनकी हिस्ट्री निकालने के बाद संपर्क में आए लोगों की भी जांच होनी चाहिए।
JN.1 वैरिएंट के लक्षण- JN.1 Variant Symptoms in Hindi
JN.1 वैरिएंट से संक्रमित होने पर मरीजों में ये लक्षण देखे जा रहे हैं-
- इंफ्लूएंजा की बीमारी के लक्षण
- तेज बुखार और सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- गले में खराश
- शारीरिक कमजोरी
- नाक बहना
- गला खराब होना
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
- थकावट और मांसपेशियों में कमजोरी
इस साल सितंबर के महीने से ही अमेरिका और चीन में फैल रहे JN.1 वैरिएंट को पहले मिले वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। यह वैरिएंट BA.2.86 वैरिएंट और पिरोला की स्पाइक प्रोटीन में हुए उत्परिवर्तन के बाद बना है। आपको बता दें कि स्पाइक प्रोटीन वायरस का ऐसा हिस्सा है, जो इंसान की कोशिकाओं पर आक्रमण करता है। इस नए वैरिएंट में इम्यून सिस्टम को चकमा देने की क्षमता पहले मिले वैरिएंट की तुलना में ज्यादा है।
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