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Workaholic: लोग क्यों हो जाते हैं वर्कोहॉलिक? रियल केस स्टडी से समझें इस बीमारी को

What Is Workaholic Explained With Real Case Study In Hindi: वर्कोहॉलिक व्यक्ति पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को सही तरह से बैलेंस नहीं कर पाता।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: Dec 22, 2023 16:40 IST
Workaholic: लोग क्यों हो जाते हैं वर्कोहॉलिक? रियल केस स्टडी से समझें इस बीमारी को

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What Is Workaholic In Hindi: 40 वर्षीय आर्यन शर्मा एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत है। वह लंबे समय से काम से जुड़े तनाव से गुजर रहा है। इस वजह से वह मानसिक और शारीरिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। आर्यन को अपनी समस्या की वजह समझ नहीं आ रही थी। उसे लगता था कि उसे ऑफिस में बहुत ज्यादा काम करना पड़ता है। अतिरिक्त काम की वजह से वह फैमिली को टाइम नहीं दे पाता है, अपने दोस्तों के साथ कहीं जा नहीं पता है और न ही अपने लिए समय निकाल पाता है। इस कंडीशन ने उसे गहरे तनाव से भर दिया था। तनाव का स्तर इतना बढ़ गया कि वह धीरे-धीरे उसकी काम की क्वालिटी भी इफेक्ट होने लगी थी। जब सालों तक उसके साथ यह समस्या बनी रही, तो उसने एक्सपर्ट के पास जाना ही सही समझा। एक्सपर्ट ने आर्यन को बताया कि वह वर्कोहॉलिक है। इसका असर उसकी निजी जिंदगी और प्रोफेशनल लाइफ पर भी पड़ रहा है।

क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और माइंडट्राइब की फाउंडर डॉ. प्रेरणा कोहली ने आर्यन की यह केस स्टडी हमारे साथ शेयर की है। आर्यन को हर समय काम में बिजी रहना अच्छा लगता था। उसकी इस आदत ने उसकी वर्कलाइफ और पर्सनल लाइफ को भी परेशान कर दिया है। 

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वर्कोहॉलिक क्या है?- What Is Workaholic

Causes Of Workaholic

वर्कोहॉलिक वह व्यक्ति होता है, जिसे हर समय काम करना पसंद होता है। खुद को काम में बिजी रखकर खुशी का अहसास करता है। यही नहीं, काम के चलते, वर्कोहॉलिक लोग अपने परिवार की अनदेखी कर बैठते हैं और अपनी हेल्थ की ओर भी विशेष ध्यान नहीं देते हैं।

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वर्कोहॉलिक के लक्षण- Symptoms Of Workaholic

Symptoms Of Workaholic

जैसा कि हमने आर्यन के मामले में जाना, वह अक्सर काम में बिजी रहता है और अपनी फैमिली को भी टाइम नहीं देता है। वर्कोहॉलिक होने के अन्य लक्षणों (What Are Signs Of A Workaholic) की बात करें-

  • घंटों एक ही जगह पर बैठकर काम करना।
  • काम के चलते परिवार को इग्नोर करना।
  • काम की वजह से हमेशा पार्टी-इवेंट अटेंड न कर पाना।
  • काम के कारण अपनी सेहत की अनदेखी करना।
  • ऐसे लोग वर्क-लाइफ बैलेंस नहीं कर पाते हैं।

वर्कोहॉलिक के कारण- Causes Of Workaholic

वर्कोहॉलिक अक्सर वही लोग होते हैं, जिन्हें अपने हारने का डर सताता रहता है। दरअसल, वर्कोहॉलिक होने का मतलब है कि व्यक्ति इसलिए इतना सारा काम करता है, क्योंकि उसे लगता है कि काम ही एकमात्र ऐसी चीज है जिससे खुद को व्यस्त रखा जा सकता है, जिंदगी के पहलुओं को इग्नोर करने का यही एकमात्र जरिया है। यही नहीं, वर्कोहॉलिक लोगों में आगे बढ़ने की चाह इतनी ज्यादा होती है कि वे किसी से भी ज्यादा अपने काम को महत्व देते हैं। वर्कोहॉलिक व्यक्ति को लगता है कि आसपास का हर व्यक्ति उनसे कई उम्मीदें रखता है, जिस पर खरा उतरना उनकी जिम्मेदारी है।

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वर्कोहॉलिक का इलाज- Treatment Of Workaholic

Treatment Of Workaholic

वर्कोहॉलिक व्यक्ति को इस समस्या से निपटने के लिए जरूरी है कि वह अपनी असली वजह को पहचानें। जैसा कि आर्यन के केस में डॉ. कोहली ने उनके लक्षणों और कारणों को जानने के बाद उसका उपचार किया। आर्यन को कॉग्नेटिव बिहेवियरल थेरेपी दी गई, उसके स्ट्रेस को मैनेज करने की कोशिश की गई और उसे यह भी समझाया गया कि काम और घर के बीच एक डिस्टेंस रखना जरूरी है। ट्रीटमेंट के दौराना आर्यन को बताया गया कि फैमिली इंपॉर्टेंट होती है, उसे इग्नोर करना सही नहीं है। यहां तक कि पर्सनल लाइफ को किस तरह बेहतर बनाया जा सकता है, ट्रीटमेंट के दौरान यह भी बताया गया।

वर्कोहॉलिक व्यक्ति की कैसे मदद करें- How To Help Someone With Workaholic

How To Help Someone With Workaholic

आर्यन को डॉ. कोहली ने जो-जो सलाहें दीं, उसने वह सब माना। काम को कितना समय देना है, यह बताया गया। इस तरह कहीं जाकर आर्यन काम और घर को मैनेज करना सीख सका। हालांकि, इसमें उसे अपने फैमिली का भी बहुत सपोर्ट मिला। अगर आपके घर में भी ऐसा कोई है, जो वर्कोहॉलिक है, तो आप उसकी यहां बताए गए तरीकों से मदद कर सकते हैं-

  • टाइम मैनेजमेंट करना सिखाएं।
  • पर्सनल लाइफ के महत्व को बताएं।
  • प्रभावित व्यक्ति को दूसरे स्किल्स पर काम करने को कहें।
  • समय-समय पर उनके साथ घूमने जाएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल- Frequently Asked Question

वर्कोहॉलिक क्या होता है?

वर्कोहॉलिक उन्हें कहते हैं, जो ज्यादातर समय काम करना पसंद करते हैं। सामान्य तौर पर जो लोग काम के बारे में सोचना, काम को प्राथमिकता देना पसंद करते हैं, उन्हें ही वर्कोहॉलिक कहा जाता है।

वर्कोहॉलिक कितने घंटे का होता है?

विशेषज्ञों के अनुसार, जो व्यक्ति एक सप्ताह में 40 घंटे से ज्यादा काम करता है, उसे वर्कोहॉलिक माना जा सकता है। वर्कोहॉलिक व्यक्ति न सिर्फ मेंटली परेशान रहता है, बल्कि उसे फिजिकल परेशानियां भी बहुत होती हैं।

वर्कोहॉलिक को क्या प्रेरित करता है?

वर्कोहॉलिक होने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें तनावपूर्ण बचपन या कम उम्र में ही घर की जिम्मेदारियां। यहां तक कि जिन लोगों के खराब रिश्ते होते हैं, वे भी इसका शिकार हो सकते हैं।

Image Credit: Freepik

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