What Is Right Time To Get Pregnant After Marriage In Hindi: एक समय हुआ करता था, जब लोग कम उम्र में शादी कर लेते थे और शादी के कुछ समय बाद ही बच्चे की प्लानिंग कर लेते थे। लेकिन, आज के समय में हर कोई बड़ी उम्र में शादी करता है। इसकी वजह है कि करियर और फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस। इसके अलावा, महिलाएं यह भी देखती हैं कि क्या वह फिजिकली और मेंटली शादी के लिए तैयार है? इन सब बिंदुओं पर गौर करने के बाद कहीं जाकर एक व्यक्ति शादी करता है। यही कारण है कि शादियां देर से हो रही हैं। हालांकि, देर से शादी करने की वजह से अक्सर लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि आखिर शादी के कितने समय बाद बच्चे की प्लानिंग कर लेना सही है? यह जानना इसलिए भी जरूरी हो जाता है, क्योंकि बड़ी उम्र में अक्सर महिलाएं आसानी से कंसीव नहीं कर पाती हैं और प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के रिस्क फैक्टर भी जुड़ जाते हैं। ऐसे में, हर कपल को यह जान लेना चाहिए कि शादी के कितने समय बाद बच्चे की प्लानिंग कर लेनी चाहिए? इस संबंध में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता गुप्ता से बात की। आप भी जानें जवाब।
शादी के बाद बच्चे की प्लानिंग कब करें?- When To Plan A Baby After Marriage In Hindi
सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है कि किसी कपल ने किस उम्र में शादी की है। अगर कोई महिला बहुत यंग एज यानी 20 से 25 साल के अंदर शादी करती है, तो वे बच्चा प्लानिंग करने के लिए समय ले सकती है। वे एक से दो साल तक इंतजार कर सकती है और इसके बाद खुद को फाइनेंशियली, फिजिकली और मेंटली फिटक करने के बाद बेबी प्लान कर सकती है। वैसे भी इस उम्र में महिलाएं काफी फर्टाइल होती हैं। उन्हें कंसीव करने के लिए सिर्फ अपने ऑव्यूलेशन पीरियड का ध्यान रखना होता है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो 20 साल की शुरुआती दौर में महिलाओं की फर्टिलिटी पीक पर होती है। इस उम्र में महिलाओं की एग की क्वालिटी भी बहुत अच्छी होती है, जो कंसीव करने में मदद करती है। वहीं, अगर किसी महिला ने 26-27 साल की उम्र के बाद शादी की है, तो उन्हें कंसीव करने में ज्यादा समय नहीं लगाना चाहिए। बढ़ती उम्र के साथ-साथ महिलाओं में कई तरह के कम्प्लीकेशंस शुरू हो जाते हैं, उनके शरीर में जेनेटिक एब्नॉर्मलिटीज के लक्षण नजर आने लगते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 40 साल की उम्र के बाद जो महिलाएं कंसीव करना चाहती हैं, उनमें 20 साल की उम्र की महिला की तुलना में मिसकैरिज का रिस्क 25 फीसदी ज्यादा होता है। क्लीवलैंड वेबसाइट में प्रकाशित एक लेख से यह स्पष्ट होता है। यही नहीं, कम उम्र में प्रेग्नेंसी से जुड़ी परेशानियों का रिस्क भी कम होता है, जबकि ज्यादा उम्र में कंसीव करने से महिला को कई तरह क शारीरिक समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है। इसी तरह, बढ़ती उम्र में पुरुषों की भी स्पर्म क्वालिटी गिर सकती है, जो कि बेबी प्लानिंग के बीच एक बड़ी बाधा बनकर उभरती है। कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि शादी के बाद कंसीव करने से पहले महिला को हर तरह के फैक्टर पर नजर मारनी चाहिए, फिजिकली और मेंटल फिटनेस को इग्नोर नहीं कर चाहिए।
इसे भी पढ़ें: शादी के बाद लोगों के लगातार बेबी कब होगा वाले सवाल से हैं परेशान, तो इन तरीकों से हैंडल करें ये परेशानी
कंसीव करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान- Things To Keep In Mind Before Conceiving
- शादी के बाद आप जब भी बेबी कंसीव करना चाहें, तो इसके लिए प्लानिंग जरूर करें। इस संबंध में एक बार अपने डॉक्टर से मिलें और अपनी फिजिकली जांच जरूर करवाएं। इससे यह जानने में आसानी होगी कि आपको किसी तरह के हेल्थ इश्यूज नहीं हैं और अगर हैं, तो उनके लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए।
- कंसीव करने की चाह रखने वाले कपल्स को अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी चीजों को शामिल करना चाहिए। उन्हें अपने खानपान से लेकर सोने के पैटर्न तक को ध्यान रखना चाहिए, ताकि कंसीव करने में किसी तरह की समस्या न हो।
- अगर पहले से किसी कपल की कोई दवा चल रही है, तो उन्हें डॉक्टर को इस बारे में सभी सूचना देनी चाहिए। इससे आपको यह पता चलेगा कि आपकी मेडिकल कंडीशन अंडर कंट्रोल है या नहीं।
- शराब या किसी भी तरह की नशीली चीजों का सेवन ऐसे कपल्स को नहीं करना चाहिए, जो बेबी प्लान करने की सोच रहे हैं। नशीले पदार्थ स्वास्थ्य को खराब कर सकते हैं। यहां तक कि नशीले पदार्थों के सेवन से पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी भी गिरती है।
image credit: freepik