कोरोना के नए-नए वेरिएंट्स ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। कोविड के ईरिस वेरिएंट के बाद अब पिरोला या फिर BA.2.86 वेरिएंट के मामले की पुष्टि की गई है। ऐसे में यह वैज्ञानिकों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस वेरिएंट में अधिक म्यूटेशनों का पता चला है। ऐसे में अन्य वेरिएंट की तरह ही इसके फैलने की भी आशंका की जा रही है।
इन देशों में पाया गया पिरोला वेरिएंट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिरोला वेरिएंट अब तक कई देशों में देखा जा चुका है। यह वेरिएंट अब तक इजराइल, डेनमार्क, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड के साथ ही अमेरिका और ब्रिटेन में भी फैल चुका है। हाल ही में कनाडा में भी इस वेरिएंट के मामले देखे गए थे। स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा इस वेरिएंट के कोरोना के अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलने और खतरनाक होने के अनुमान लगाए जाने की बात कही जा रही है।
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गंदे पानी में पाया गया पिरोला
वैज्ञानिकों के मुताबिक पिरोला या BA.2.86 वेरिएंट गंदे पानी के नमूनों को जरिए भी देखे गए हैं। ऐसे में अमेरिका, स्विट्जरलैंड और थाईलैंड में कुछ जगहों पर गंदे पानी में इस वेरिएंट की पहचान की गई है। दरअसल, गंदे पानी में कोरोना के इस वेरिएंट से संक्रमित होने वाले मरीजों का मल मौजूद होता है, जिसके जरिए वैज्ञानिक इस वेरिएंट के स्ट्रेन का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यह वेरिएंट इम्यून सिस्टम के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। यह थूक के जरिए भी एक व्यक्ति से दूसरे तक फैल सकता है।
पिरोला वेरिएंट के लक्षण
पिरोला वेरिएंट से संक्रमित होने पर आपको शरीर में बहुत से लक्षण जैसे डायरिया, बुखार, कंजेक्टिवाइटिस, त्वचा पर चकत्ते, कफ बनना, सांस लेने में कठिनाई, शरीर में थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिर दर्द, सूंघने की क्षमता के साथ ही मुंह के स्वाद में बदलाव आना या फिर गला सूखने जैसी स्थिति देखने को मिल सकती है। शरीर में इस तरह के लक्षण दिखने पर बिना देरी किए चिकित्सक की सलाह लें।