क्या आप जानते हैं कि हर साल दुनिया भर में 9 मिलियन लोग हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) से प्रभावित होते हैं? आपने नोटिस किया होगा कि जब भी आप डॉक्टर के पास अपनी कोई समस्या लेकर जाते हैं, तो अक्सर अपॉइंटमेंट से पहले वहां मौजूद स्टाफ आपके शरीर के तापमान और वजन के साथ-साथ ब्लड प्रेशर चेक करके भी पर्चे पर लिख देते हैं, जिससे डॉक्टर को बीमारी या समस्या के मूल को समझने में आसानी हो । लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन नंबर्स का क्या मतलब है? बीपी की रीडिंग में एक संख्या बड़ी और एक संख्या छोटी क्यों होती है? अगर नहीं तो ये लेख आपके लिए ही है। इस विषय पर जब हमने हमारी एक्सपर्ट स्वाती बाथवाल से बात की तो उन्होंने इस विषय पर विस्तार में जानकारी दी। पढ़ते हैं आगे...
सामान्य ब्लड प्रेशर 120/85 mmHg माना जाता है। इसमें 120 यानि फर्स्ट नंबर जिसे "सिस्टोलिक" कहते हैं। वहीं दूसरी संख्या यानि 85, जो "डायस्टोलिक" कहलाती है। बता दें, दोनों का काम अलग- अलग है। ये हृदय की मांसपेशियां को संकुचित करके धमनियों में ब्लड को पंप करती हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति के सिस्टोलिक की बात करें तो उनका ब्लड प्रेशर 90 और 120 मिलीमीटर के बीच होता है। जबकि डायस्टोलिक में ब्लड प्रेशर 60 से 80 मिमी के बीच होता है। यानि 120/80 (सामन्य) या इससे कम होता है। वहीं 140/90 से ज्यादा बीपी होने पर उसे हाइपरटेंसिव या हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं।
अब बात करते हैं कि प्रेशर के बढ़ने पर क्या हो सकता है? ध्यान दें कि दिल में प्रेशर पड़ता है तो हृदय की मांसपेशियां, आंखों और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है, इससे दिल में रक्तस्राव भी बढ़ सकता है।
नमक बढ़ाता है ब्लड प्रेशर
नमक में सोडियम पाया जाता है। चाहे वे किसी भी प्रकार का हो जैसे- सेंधा, हिमालयन, समुद्री नमक, केल्टिक नमक आदि। नमक में 40 फीसदी सोडियम और 60 फीसदी क्लोराइड पाया जाता है। पुराने समय में नमक के स्रोत सब्जियां और फल हुआ करते थे। बता दें कि फलों में प्राकृतिक रूप से सोडियम होता है।
जब आप अपने भोजन में नमक मिलाते हैं तो इसका मतलब है कि आप अपने भोजन में सोडियम की मात्रा बढ़ा रहे हैं। इससे खाना खाने के तीन घंटे के अंदर आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसलिए हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार, एक दिन में 1500mg से अधिक सोडियम यानि नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। आपको अपने खाने में 3/4 टीस्पून यानि एक दिन में 3जी नमक से कम का सेवन करना चाहिए। यहां तक कि अगर आप में आयोडीन की कमी है, तब भी दिन में 3/4 चम्मच आयोडीन युक्त नमक पर्याप्त है।
औद्योगिक आहार (Industrial foods) हमारी डाइट में नमक के प्रमुख कारणों में से एक है। जब हम अपने खाने में नमक को डालते हैं तो यह पानी को कम कर प्रोडक्ट के वजन को करीब 20 फीसदी तक बढ़ाता है। इसके अलावा ज्यादा तेल का सेवन न करें। जैसे आचार में ज्यादा तेल होता है तो आप तेल मुक्त आचार को अपनी डाइट में जोड़ें। ध्यान रखें कि इससे हमारे आहार में ऑटोमेटिक नमक शामिल हो जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इसके लिए एक शोध भी सामने आया था शोध का नाम था “DASH” । इस अध्ययन के मुताबिक, हमारे भोजन में नमक कम करने से स्वाभाविक रूप से ब्लड प्रेशर भी कम हो जाता है। खाद्य पदार्थों में 100mg सोडियम होना चाहिए।
ऐसे कर सकते हैं नमक कम
- पानी पीते रहें, डिनर टेवल से नमक शेकर हटा दें।
- बाजार से लाई गई सॉस के बजाय घर पर बनी ताजी चटनी का इस्तेमाल करें।
- रोटी के साथ स्वैप ब्रेड का सेवन करें।
- अपने खाने में धनिया, पुदीना, अजवायन की पत्ती आदि हर्ब्स का प्रयोग करें।
फ्लैक्ससीड (अलसी के बीज) पाउडर का सेवन करें
अलसी के बीज का अगर रोज सेवन किया जाए तो यह ब्लड प्रेशर को लगभग 15-17 पॉइंट तक कम कर सकता है। सलाद, सूप, पर अपने भोजन में 1 बड़ा चम्मच अलसी पाउडर जोड़ें। साथ ही आप इस पाउडर को दूध, स्मूदी, मिल्कशेक या सिर्फ एक गिलास पानी में मिलाकर भी ले सकते हैं। महिलाएं चपाती बनाते समय इस पाउडर को आटे में भी मिला सकती हैं। आप एक दिन में बड़े चम्मच अलसी पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
हिबिस्कस चाय (गुड़हल की चाय)
ब्लड प्रेशर को कम करने में हिबिस्कस फूल एक अच्छा विकल्प हो सकता है। 1 कप पानी उबालें और उसमें 1 हिबिस्कस फूल भिगोएं या आप 1 बड़ा चम्मच सूखे हिबिस्कस पाउडर भी मिला सकते हैं। अब उसमें उबाल लेकर उसे छान लें और उसमें 1 चम्मच स्टीविया पाउडर या 1/2 चम्मच शहद मिलाएं। इस चाय का सेवन दिन में 2 बार करें। ध्यान रखे, चाय का सेवन करनें से पहले कुल्ला जरूर करें।
इसे भी पढ़ें- जानिए हाई ब्लड शुगर और लो ब्लड शुगर के कारण और लक्षण
चुकंदर का रस पीने से घटेगा ब्लड प्रेशर
चुकंदर के रस का सेवन करें (दिन में केवल 1/2 चुकंदर) या फिर एक गिलास सब्जी के जूस का सेवन करें, जिसमें चुकंदर के पत्ते या अमरबेल के पत्ते, धनिया के पत्ते, चुकंदर और सलाद मिला हो। इसमें खाद्य पदार्थ में भरपूर मात्रा में नाइट्रिक ऑक्साइड मौजूद है। बता दें कि नाइट्रिक ऑक्साइड ब्लड की धमनियों को कम करके ब्लड प्रेशर को कम करता है। आप जूस की जगह इसका सेवन सलाद के रूप में भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपकी बीपी कंट्रोल में रहेगा।
इसे भी पढ़ें- किडनी रोग के साथ ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करना है बहुत आसान, जानिए शुगर कंट्रोल करने के 7 टिप्स
ऊपर जो आपको टिप्स दिए गए हैं, उन्हें अपनी डाइट में जोड़ा जाए तो ब्लड प्रेशर कम किया जा सकता है। ये उपाय ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बेहद कारगर हैं। इसके अलावा आप नियमित रूप से 45 मिनट से एक घंटे तक व्यायाम करें। इससे आपका ब्लड प्रेशर सामान्य रहेगा।
साथ ही आप साइकिल चलाना, तैराकी आदि को भी अपनी दिनचर्या में जोड़ें। आप अपने स्ट्रेस को कम करने के लिए ध्यान और ओम का जप करें। आपको सलाह दी जाती है कि शराब का सेवन न करें।
Read More Articles On Home Remedies In Hindi