Travel Tips For Thyroid Patients In Hindi: क्या आपको भी थायराइड है और कुछ दिनों के लिए कहीं बाहर घूमने जा रहे हैं? या कहीं दूर जाने के लिए ट्रेवल कर रहे हैं? तो आपको बता दें कि थायराइड रोगियों के लिए लंबी यात्रा करना आसान नहीं है। इस दौरान उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जब थायराइड रोगी ट्रेवल करते हैं, तो यात्रा के दौरान संक्रमण या थायराइड के लक्षणों के बिगड़ने से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतना बहुत आवश्यक है। कई बार यात्रा के दौरान थायराइड के लक्षण गंभीर हो सकते हैं। इससे मतली, उल्टी, पेट संबंधी समस्याओं के साथ ही कई अन्य तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि थायराइड रोगियों के लिए यात्रा के दौरान किसी भी तरह की समस्या से बचने के लिए जरूरी दवाएं और फर्स्ट एड किट हमेशा साथ रखनी चाहिए। इसके अलावा, कुछ बातों का भी खास ध्यान रखना चाहिए। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. अल्का विजयन ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में थायराइड रोगियों के लिए कुछ टिप्स शेयर की हैं, जिन्हें उन्हें ट्रेवल करते समय जरूर फॉलो करना चाहिए। इस लेख में हम आपको इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं...
थायराइड रोगी ट्रेवल करते समय रखें इन बातों ध्यान- Travel Tips For Thyroid Patients In Hindi
1. अगर आपको हाइपोथायरायडिज्म है, तो यात्रा पर जाने से पहले और दौरान अपने दिन की शुरुआत अदरक को पानी में उबालकर, इसका पानी पीकर करें। वहीं अगर आप हाइपरथायराइडिज्म के मरीज हैं तो अपने दिन की शुरुआत सौंफ को पानी में उबालकर और इसका पानी पीकर करें। इससे पाचन संबंधी समस्याएं आपको परेशान नहीं करेंगी और मेटाबॉलिज्म भी दुरुस्त रहेगा।
इसे भी पढ़ें: थायराइड से पीड़ित महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद गिलोय, थायराइड फंक्शन में सुधार के लिए ऐसे करें प्रयोग
2. अगर आप हाइपोथायरायडिज्म रोगी हैं, तो आप ग्लूटेन और लैक्टोज युक्त भोजन से बचें हैं, क्योंकि ये मेटाबॉलिज्म की दर को कम करते हैं, इसके बजाय हर्बल चाय और सूप आदि जैसे व्यंजन का सेवन करें। वहीं, अगर आप हाइपरथायरायडिज्म रोगी हैं, तो आप चावल आदि का सेवन कर सकते हैं। साथ ही, गेहूं, उड़द की दाल, जो शरीर में वात असंतुलन या मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने वाली चीजों का अधिक सेवन करें।
इसे भी पढ़ें: सर्दियों में थायराइड रोगी करें इन 5 सुपरफूड्स का सेवन, TSH लेवल रहेगा कंट्रोल
3. कोई भी व्यक्ति यात्रा के दौरान 7 मिनट का समय निकालकर सुखासन का अभ्यास कर सकता है। आप सुखासन में बैठें और अपनी उंगलियों को अपने घुटने के ऊपर रखें और अपने घुटने को मोड़कर बैठें। अब 7 मिनट तक गहरी सांसें लेते हुए मेडिटेशन करें।
View this post on Instagram
All Image Source: Freepik