बच्चों के शरीर का लगातार विकास होता है। उसका कद जिस तरह से बढ़ता है उसका असर जोड़ों और मांसपेशियों पर भी हो सकता है। कुछ बच्चे अक्सर अभिभावकों से जोड़ों और हड्डियों में दर्द की शिकायत करते हैं। कई बार अभिभावक इसको नजरअंदाज कर जाते हैं। दरअसल, यह समस्या ग्रोइंग पेन का हिस्सा हो सकती है। गोइंग पेन बच्चों के विकास का ही एक चरण है, इसमें बच्चों को शरीर के विकास के दौरान हाथ पैरों में हल्का दर्द महसूस हो सकता है। लेकिन, कुछ मामले ऐसे भी होते हैं, जिसमें जुवेनाइल अर्थराइटिस की पहचान होती है। यह बच्चों को होने वाला गठिया होता है, जिसमें उनको जोडों में दर्द की समस्या होती है। आगे इंदौर के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के पीडियेट्रिशियन कंसल्टेंट डॉक्टर रुचिरा पहारे से जानेंगे कि बच्चों को होने वाले जोड़ों में दर्द को आप घर पर ही कैसे कम कर सकते हैं।
बच्चों के जोड़ों के दर्द को दूर करने टिप्स - Tips To Manage Joint Pain In Kids In Hindi
बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें
जब आपका बच्चा जोड़ों के दर्द की शिकायत करें तो पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना है। जोड़ों का दर्द कई कारणों से हो सकते हैं, जिसमें साधारण तनाव से लेकर जुवेनाइल अर्थराइटिस जैसे गंभीर रोग भी शामिल हैं। दर्द के सही कारण की पहचान करने के लिए डॉक्टर के बताए टेस्ट करवा सकते हैं। टेस्ट के बाद संभावित जटिलताओं को रोकने में मदद मिलती है।
शारीरिक गतिविधि के लिए प्रोत्साहित करें
बच्चों में जोड़ों के दर्द को मैनेज करने के लिए नियमित और उचित शारीरिक गतिविधि फायदेमंद हो सकती हैं। कम प्रभाव वाले व्यायाम, जैसे तैराकी या साइकिलिंग, जोड़ों के लचीलेपन को बेहतर बनाने और प्रभावित क्षेत्र के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद कर सकती हैं। अपने बच्चे की जरूरतों के अनुरूप आप एक्सरसाइज को चुन सकते हैं। इसके लिए आप फिटनेस एक्सपर्ट और डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
पौष्टिक आहार का सेवन
जोड़ों के स्वास्थ्य के पोषण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में आप सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे के आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल हों, जैसे अलसी व ब्रोकली, क्योंकि इनमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। इसके अतिरिक्त, भरपूर मात्रा में फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें, जो आवश्यक विटामिन और मिनरल्स प्रदान करते हैं। एक संतुलित आहार न केवल आपके बच्चे के समग्र स्वास्थ्य को बेहतर करते हैं, बल्कि यह सूजन को कम कर जोड़ों के दर्द को मैनेज करने में सहायक होते हैं।
बच्चे की जीवनशैली में बदलाव लाएं
बच्चे की जीवनशैली में बदलाव लाने से उनको जोड़ों से संबंधित दर्द में आराम मिलता है। दरअसल, एक्सपर्ट बताते हैं कि बच्चों के मोटापे और वजन को कंट्रोल रखने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी होता है। बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से दूर रखें। इसके लिए आप बच्चे को योगा क्लासेस ज्वाइन करा सकते हैं।
गर्म और ठंडी सिकाई करें
बच्चों के जोड़ों में होने वाले दर्द को कम करने के लिए आप गर्म व ठंडे पानी की सिकाई कर सकते हैं। इससे उनके जोड़ों में होने वाली सूजन को कम करने में सहायता हो सकती हैं। इसके अलावा, गर्म पानी से पुराने से पुराना दर्द भी ठीक हो जाता है।
पर्याप्त आराम करने दें
जोड़ों के दर्द के कम करने के लिए पर्याप्त आराम के साथ शारीरिक गतिविधि को संतुलित करना महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे को रात में अच्छी नींद मिले। साथ ही शारीरिक गतिविधियों के दौरान बच्चे को छोटे अवधि के कई ब्रेक मिलें। इस तरह बच्चे के जोड़ों पर दर्द महसूस नहीं होता है।
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अगर, बच्चे को जोड़ों में लगातार दर्द महसूस हो रहा है तो आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। कई बार बच्चे को शारीरिक विकास के चलते भी दर्द महसूस हो सकता है। इस बात की पुष्टि के लिए आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।