Side Effects Of Missing Diabetes Medication In Hindi: डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। आज की तारीख में सिर्फ वयस्क ही नहीं, बल्कि कम उम्र के युवा भी इस घातक बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। खासकर, टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ रही है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, "2019 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में अकेले 77 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं और 2024 तक इसकी संख्या बढ़कर 134 मिलियन हो जाएगी। हैरानी की इस बात की भी है, 50 फीसदी से ज्यादा मरीजों का डायग्नोज ही नहीं हो पाता है।" इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारे देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। अगर समय पर ट्रीटमेंट शुरू न किया जाए, तो अन्य स्वास्थ्य बीमारियां हो सकती हैं। इस तरह की कंडीशन न आए, इसलिए डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दवा दी जाती है, जिसका रोजाना सेवन किया जाता है। हालांकि, कई लोगों के मन में यह सवाल उठते हैं कि अगर समय पर डायबिटीज की दवाईयां न ली जाएं या कभी गलती से दवा मिस हो जाए, तो इसका हेल्थ पर क्या असर पड़ सकता है? इस बारे में हमने शारदा हॉस्पिटल के General Medicine, Professor डॉ. अनुराग प्रसाद से बातचीत की।
दवा मिस करने पर डायबिटीज के मरीजों पर क्या असर पड़ता है?
डायबिटीज को पूरी तरह से रिवर्स नहीं किया जा सकता है। यह बात हम सभी जानते हैं। डायबिटीज होने पर व्यक्ति को अपने खानपान से लेकर लाइफस्टाइल को हेल्दी रखना होता है और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाईयों का नियमित रूप से और समयानुसार सेवन करना होता है। अगर कभी-कभार मरीज गलती से एक या दो बार की मेडिसिन लेना भूल जाता है, तो इसका शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। साथ ही, यह प्रभाव आपको तुरंत महसूस भी नहीं होगा। वहीं, अगर आप लगातार डायबिटीज की दवाईयों को मिस कर रहे हैं, साथ ही लाइफस्टाइल और डाइट पैटर्न में भी सुधार नहीं है, तो आपका तबियत बिगड़ सकती है। डायबिटीज के कारण मरीज को दूसरी किस्म की समस्याएं हो सकती हैं।
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डायबिटीज की दवा मिस करने का शरीर पर असर
ब्लड शुगर बढ़ सकता हैः अगर डायबिटीज के मरीज लगातार और लंबे समय से डायबिटीज की दवाईयों को मिस करते हैं। इसके अलावा, हेल्दी लाइफस्टाइल नहीं अपनाते हैं, तो इसकी वजह से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। ब्लड शुगर हाई होना बिल्कुल सही नहीं है। इससे कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इनमें किडनी और हार्ट प्रॉब्लम शामिल हैं।
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स्ट्रोक आ सकता हैः जैसा कि कुछ देर पहले ही बताया है कि अगर व्यक्ति लगातार डायबिटीज की दवाएं मिस कर रहा है, तो बीपी बढ़ सकता है। अमेरिकन स्ट्रोक एसोसिएशन के अनुसार, ‘बीपी बढ़ने की वजह से ब्लड वेसल्स में क्लॉट हो सकता है या फिर फैट जमा हो सकता है। ये क्लॉट यानी रक्त के थक्के ब्लड वेसल्स को संकीर्ण यानी नैरो कर देते हैं, जिससे ब्लड फ्लो बाधित होने गता है। ऐसे में ब्रेन तक सही तरह से ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है, जो कि स्ट्रोक का एक कारण बन सकता है। यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों को स्ट्रोक होने का खतरा हेल्दी लोगों की तुलना में ज्यादा होता है।
नर्व डैमेज हो सकती हैः मेयोक्लिनिक में प्रकाशित एक लेख की मानें, तो अगर लंबे समय तक ब्लड शुगर को मैनेज न किया जाए, तो इससे नर्व डैमेज हो सकती है। दरअसल, डायबिटीज की वजह से ब्लड वेसल्स कमजोर हो जाती हैं, जिस वजह से नर्व्स तक सही तरह से ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स नहीं पहुंच पाते हैं। नतीजतन, नर्व के डैमेज होने का रिस्क बढ़ जाता है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को लंबे समय तक मेडिसिन मिस नहीं करने चाहिए। उन्हें अपनी लाइफस्टाइल को मैनेज करना चाहिए और डाइट में भी हेल्दी चीजों को ही शामिल करना चाहिए।
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