People With These Health Problems Should Avoid Using Mosquito Coil In Hindi: बारिश के दिनों में डेंगू और मलेरिया जैसी कई घातक बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। इन बीमारियों का सामय रहते इलाज किया जाना बहुत जरूरी है। ऐसा न किया जाए, तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है। यही नहीं, कुछ लोग इससे बचने के लिए उपयोगी टिप्स भी आजमाते हैं। जैसे घर मॉस्किटो कॉइल या रेपलेंट का यूज करते हैं। लेकिन, बहुत कम लोगों का ध्यान इस ओर जाता है कि मच्छरों को दूर भगाने के लिए जिस मॉस्किटो कॉइल का यूज किया जाता है, वह बहुत ही खतरानाक होता है और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। विशेषकर, कुछ बीमारियों से ग्रस्त लोगों को मॉस्किटो कॉइल के यूज से बचना चाहिए।
सांस संबंधी समस्या में
मॉस्किटो कॉइल जलाने से सीगरेट की तरह धुआं निकलता है। इससे लंग्स पर बुरा प्रभाव पड़ता है। वहीं, अगर किसी को सांस संबंधी बीमारी है, तो उनके लिए मॉस्किटो कॉइल बहुत ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं। दरअसल, मच्छर भगाने वाली कॉइल के धुएं में एलेथ्रिन और पाइरेथ्रिन जैसे केमिकल्स होते हैं। इस धुएं के संपर्क में आने से आंख, नाक और गले में जलन पैदा हो सकते हैं। अगर कोई लंबे समय तक इन केमिकल्स के संपर्क में रहे, तो उसे खांसी, गले में घरघराहट और सांस से जुड़ी अन्य परेशानियां हो सकती हैं।
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अस्थमा के रोगी
अगर किसी को पहले से ही अस्थमा है, तो उनके लिए भी मॉस्किटो कॉइल हानिकाकर हो सकता है। असल में मॉस्किटो कॉइल अस्थमा के लक्षणों को ट्रिगर कर स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ा सकता है। मॉस्किटो कॉइल से निकलने वाला धुआं अस्थमा के मरीजों के सीधे सीने में असर करता है। इससे उन्हें सीने में टाइटनेस, सांस लेने में तकलीफ और कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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एलर्जी रोगी के लिए
मॉस्किटो कॉइल से निकल रहा धुआं कई तरह के केमिकल से युक्त होता है। कुछ लोगों को इस खास किस्म के केमिकल की वजह से एलर्जी की समस्या हो सकती है। एलर्जी का रिएक्शन का स्किन पर नजर आ सकता है, यानी त्वचा में घाव, खुजली और रैशेज आदि हो सकते हैं। इसके अलावा, एलर्जी की वजह से जुकाम, खांसी और बार-बार छींकने की समस्या भी हो सकती है।
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बच्चों के लिए
आमतौर पर मॉस्किटो कॉइल को घर के कोनों और बेड के नीचे लगाया जाता है। इसकी वजह है कि जलते हुए मॉस्किटो कॉइल के संपर्क में कोई न आए और इसकी वजह से किसी का हाथ या पैर जल न जाए। लेकिन, अक्सर देखा जाता है कि घर के छोटे बच्चे, विशेषकर जो घुटने में चलते हैं, वे इसे खेलने की चीज समझकर मुंह में ले लेते हैं। यह बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। मॉस्किटो कॉइल में इंसेक्टिसाइड का प्रयोग किया जाता है, जो पेट में चला जाए, तो पेट दर्द, उल्टी और पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं पैदा कर सकता है। इसके अलावा, मॉस्किटो कॉइल की वजह से आसपास की हवा भी दूषित होती है, जो अलग तरह से व्यक्ति को बीमार कर सकती है।
रहता है आग लगने का रिस्क
यूं तो मॉस्किटो कॉइल को जलाने के बाद इसमें आग की लौ नहीं जलती है। इसमें सीगरेट की तरह जलता है और धीरे-धीरे पूरे कमरे में धुआं फैलाता है, जिससे वहां मौजूद मच्छर मर जाते हैं। लेकिन, मॉस्किटो कॉइल को अगर पर्दे के पीछे, फर्नीचर के पास या कागज के आसपास रखा गया, तो इससे आगे जलने का रिस्क बढ़ जाता है। इसलिए, जरूरी है कि मॉस्किटो कॉइल को वहीं रखा जाए, जहां आग लगने का रिस्क कम हो।
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