डायबिटीज यानी मधुमेह के बारे में हम सब जानते हैं पर प्री-डायबिटीज के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। ये वो स्टेज होती है जहां खून में शुगर लेवल खतरे के निशान से ठीक करीब होता है। इसका मतलब आप ये भी कह सकते हैं कि अगर आपको प्री-डायबिटीज स्टेज के बारे में पता चल गया है तो ये डायबिटीज से बचने का आखिरी मौका है। अगर आप इस स्टेज पर डॉक्टर की सलाह, डाइट और एक्सरसाइज का ध्यान रखें तो डायबिटीज जैसी समस्या से बच सकते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादातर लोगों को इस स्टेज का पता नहीं चल पाता और वो डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं इसलिए आपको समय-समय पर प्रीडायबिटीज चेकअप करवाते रहना चाहिए। इस लेख में हम जानेंगे कि किन लोगों को प्री-डायबिटीज टेस्ट को करवाने की जरूरत होती है और डायबिटीज से आप कैसे बच सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
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किन लोगों को प्रीडायबिटीज टेस्ट करवाने की जरूरत होती है? (People who should opt for pre-diabetes test)
1. अगर आपके परिवार में किसी को डायबिटीज है तो आपको प्रीडायबिटीज का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए क्योंकि एक पीड़ी से दूसरी में ये बीमारी देखने को मिलती है।
2. अगर आप प्रेगनेंट हैं तो एक बार प्रीडायबिटीज टेस्ट जरूर करवा लें, प्रेगनेंसी के दौरान कई हाई बीपी या अन्य समस्या के चलते डायबिटीज का खतरा रहता है।
3. अगर आपने ऐसे शिशु को जन्म दिया है जिसका वजन सामान्य से ज्यादा या 9 पाउंड से ज्यादा है तो आपको प्रीडायबिटीज का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
4. अगर आप मोटापे का शिकार हैं, आपका वजन ज्यादा है या बीएमआई स्तर 25 से ज्यादा है तो आपको प्रीडायबिटीज टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए।
5. जिन लोगों की उम्र 45 या उससे ज्यादा होती है उनमें डायबिटीज होने का खतरा होता है इसलिए इस उम्र में आने पर आपको प्रीडायबिटीज टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
6. अगर आपकी कमर की चौड़ाई 40 इंच से ज्यादा है या महिलाओं में 35 इंच से ज्यादा है तो भी आपको अपना प्रीडायबिटीज टेस्ट करवा लेना चाहिए।
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प्री-डायबिटीज होने पर क्या खाना चाहिए? (Which foods should I eat in prediabetes)
अगर आपको प्रीडायबिटीज है तो लो-ग्लाइसेमिक फूड्स का सेवन करना चाहिए। आपको होल-ग्रेन ब्रेड, ओटमील आदि का सेवन करना चाहिए। डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादातर लोगों को प्रीडायबिटीज की स्टेज का पता नहीं चल पाता है जिस कारण से वो डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं इसलिए आपको डाइट का खास ख्याल रखना है। लो-शुगर डाइट लें, पर्याप्त मात्रा में रोजाना पानी का सेवन करें और फल और सब्जियों से अपनी प्लेट का 60 प्रतिशत हिस्सा कवर करें।
प्रीडायबिटीज का टेस्ट कैसे किया जाता है? (How pre-diabetes test in performed)
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ब्लड टेस्ट की मदद से प्रीडायबिटीज होने का पता लगाया जाता है। प्रीडायबिटीज का पता लगाने के लिए ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट किया जाता है जिससे पता चल जाता है कि 2 घंटे के समय में आपके शरीर में मौजूद ब्लड कितना मात्रा में शुगर को प्रोसेस करता है। इसके अलावा ए1सी टेस्ट भी किया जाता है।
प्रीडायबिटीज होने पर टेस्ट में क्या परिणाम आता है? (Test result of pre-diabetes test)
- 99 mg/dl या उससे कम शुगर लेवल सामान्य माना जाता है।
- 126 mg/dl या उससे ज्यादा शुगर लेवल में आपको डायबिटिक माना जाता है।
- 100 से 125 mg/dl का स्तर प्रीडायबिटीज की स्टेज मानी जाती है।
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शुगर कंट्रोल करने के उपाय (How to control sugar)
- स्ट्रेस कम करें।
- हाई-शुगर ड्रिंक्स का सेवन न करें।
- रोजाना व्यायाम को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं।
- हाई बीपी की समस्या से बचें।
- मोटापा कम करें।
- फाइबर रिच फूड्स का सेवन करें।
प्रीडायबिटीज की स्टेज पर अगर आप बैलेंस डाइट लें, एक्सरसाइज करें और शुगर लेवल की जांच करते रहें तो आप डायबिटीज की समस्या से बच सकते हैं।
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