Mistakes To Avoid After Delivery In Hindi: डिलीवरी चाहे नॉर्मल हो या सिजेरियन। दोनों ही स्थिति बहुत ज्यादा कष्टकारी होती है। डिलीवरी के बाद महिलाओं के लिए चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है। उन्हें अपनी इस सिचुएशन से पूरी तरह रिकवरी में ही करीब 40 से 50 दिनों का समय लगता है। यही नहीं, डिलीवरी के बाद महिला पूरी तरह बेड रेस्ट पर होती है। हालांकि, उसी स्थिति में उन्हें अपने नवजात शिशु की केयर भी करनी पड़ती है। उसे ब्रेस्ट फीड कराने से लेकर, उसके हर छोटे-बड़े काम करने पड़ते हैं। ऐसे में अगर महिलाएं अपना ध्यान न रखें, तो उनकी रिकवरी में और भी समय लग सकता है। इसलिए, जरूरी है कि डिलीवरी के बाद महिलाएं अपनी हेल्थ का पूरा ध्यान रखें। इसी क्रम में, अक्सर महिलाएं डिलीवरी के बाद कुछ छोटी-छोटी गलतियां कर बैठती हैं, जो उन्हें लंबे समय तक परेशान कर सकती हैं। इस लेख में हम उन्हीं गलतियों के बारे में जानेंगे। इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता गुप्ता से बात की।
भारी सामान उठाने से बचें
आजकल ज्यादातर घरों में न्यूक्लियर फैमिली का ट्रेंड बढ़ चुका है। यही कारण है कि महिलाएं डिलीवरी के बाद अपनी और अपने नवजात शिशु की केयर खुद ही करती हैं। ऐसे में कई बार वे भारी सामान, जैसे भरी हुई पानी की बाल्टी, धुले हुए कपड़े आदि उठा लेती हैं। इस तरह की भारी सामान उठाने पर पेट पर काफी प्रेशर पड़ता है। ऐसा होने पर पेट में दर्द या चलनते-फिरने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए, किसी भी तरह का भारी सामान उठाने से बचें।
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बार-बार सीढ़ियां चढ़ना-उतरना
नॉर्मल डिलीवरी हो या सिजेरियन। दोनों ही कंडीशन में कुछ दिनों के लिए महिलाओं को सीढ़ी से आना-जाना बंद कर देना चाहिए। अगर दिन में महज एक बार चढ़ना हो, तो उसे मैनेज किया जा सकता है। लेकिन, बार-बार सीढ़ी का इस्तेमाल करना सही नहीं है। इससे स्टिचेस खुल सकते हैं और तकलीफ बढ़ सकती है।
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बच्चे का हर काम खुद करना
आमतौर पर हमारे यहां बच्चे की जिम्मेदारी सिर्फ मांएं लेती हैं। लेकिन, समय में काफी बदलाव आया है और पुरुषों ने भी कुछ हद तक इसे अपनी जिम्मेदारी माना है। लेकिन, आज भी ऐसी महिलाएं कम नहीं हैं, जो बच्चे के जन्म के तुरंत बाद से उसकी पूरी केयर अकेले करती हैं। डिलीवरी के तुरंत बाद आप खुद पर काम का बोझ न डालें। इसके बजाय, घर के अन्य सदस्यों के साथ बच्चे की जिम्मेदारी को शेयर करें। इससे आपको आराम करने का समय मिलेगा और रिकवरी में भी मदद मिलेगी।
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रात को पूरी नींद न लेना
अक्सर यह कहते सुना जाता है कि बच्चे रात भर जगते हैं। उनके साथ उनकी मांओं को भी जगना पड़ता है। अगर डिलीवरी के तुरंत आप आप कंप्लीट रेस्ट नहीं लेंगी, तो इससे आपकी रिकवरी धीमी हो जाएगी। इस तरह की सिचुएशन की वजह से आप चिड़चिड़ेपन से भर सकती हैं। तेजी से रिकवरी के लिए जरूरी है कि अच्छी तरह आराम करें। अगर बच्चे का पेट भरा हुआ है, फिर भी वह रात को नहीं सो रहा है, तो आप घर के किसी अन्य सदस्य से कहें कि वह बच्चे की देखरेख करे ताकि आप आराम कर सकें। इसके अलावा, जब भी बच्चा सोए, आप भी उसके साथ झपकी ले लें।
हाईजीन का ध्यान न रखना
डिलीवरी के बाद हाईजीन का ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है। अगर आपने इस दौरान जरा भी लापरवाही की, तो संक्रमण का खतरा हो सकता है। खासकर, नॉर्मल डिलीवरी वाली महिलाओं को अपनी वजाइनल हेल्थ का जरूर ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए आप रेगुलर पैंटी चेंज करें, जितनी बार यूरिन पास करें, उतनी बार अपने गुप्तांग को पानी से वॉश करें और कम से कम 40 दिनों तक सेक्सुअल रिलेशन से दूर रहें।
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