बच्चों में एक्जिमा होने पर अपनाएं ये घरेलू उपचार, जानें क्‍या हैं एक्जिमा के लक्षण और कारण

बच्चों में एक्जिमा होने पर त्वचा में खुजली होती है और त्वचा शुष्क हो जाती है। जब यह त्वचा पर फैलने लगता है तो यह लाल रंग की परत में बदल जाता है और इसमें से मवाद व कभी-कभी खून भी रिसने लगता है। एक्जिमा बेहद कम उम्र में भी बच्चों में नजर आता है। कई

मिताली जैन
Written by: मिताली जैनUpdated at: Sep 17, 2019 15:19 IST
बच्चों में एक्जिमा होने पर अपनाएं ये घरेलू उपचार, जानें क्‍या हैं एक्जिमा के लक्षण और कारण

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एक्जिमा एक तरह की त्वचा संबंधी समस्या है। यूं तो यह समस्या किसी को भी हो सकती है, लेकिन बच्चों में यह समस्या अधिक देखी जाती है। यह शरीर के बहुत अधिक रूखे व रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने से होता है। बच्चों में एक्जिमा होने पर खुजली, त्वचा पर लाल निशान और सूजन जैसे लक्षण नजर आते हैं। साथ ही इसके कारण बच्चों को त्वचा में खुजली और जलन होने लगती है। इस बीमारी का असर लंबे समय तक रह सकता है, लेकिन घरेलू उपाय और चिकित्सीय इलाज की मदद से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है-

लक्षण

बच्चों में एक्जिमा लाल या सूखी त्वचा के पैच के रूप में दिखाई देता है। यह समस्या होने पर त्वचा खुजली और खुरदरी होती है। वैसे तो यह स्किन के किसी भी हिस्से पर हो सकता है, लेकिन सामान्य रूप से बच्चों के गाल और उनके हाथ और पैर के जोड़ों को प्रभावित करता है। कुछ लोग बेबी एक्जिमा और क्रैडल कैप के बीच अंतर नहीं कर पाते। जहां क्रैडल कैप बहुत कम लाल और पपड़ीदार होती है जो आमतौर पर कुछ ही महीनों के भीतर अपने आप साफ हो जाती है। वहीं बेबी एक्जिमा की समस्या लंबे समय तक बनी रह सकती है।

कारण

बच्चों में एक्जिमा होने के कई कारण हो सकते हैं-

  • सबसे पहले तो यह आनुवंशिक हो सकता है। मतलब, यदि माता-पिता को एक्जिमा है, तो इससे बच्चे को होने की संभावना बहुत अधिक हो जाती है। 
  • एक्जिमा तब होता है जब शरीर बहुत कम फैटी कोशिकाओं यानी सेरामाइड्स बनाता है। इस स्थिति में त्वचा बहुत अधिक शुष्क हो जाती है और बच्चे को एक्जिमा हो सकता है। 
  • कई बार एलर्जी, वायु प्रदूषण, पालतू जानवरों की रूसी और धूल कण के कारण भी बच्चों में एक्जिमा की समस्या पैदा होती है।
  • अनियमित जलवायु परिवर्तन, उच्च आर्द्रता स्तर, तापमान में बदलाव और एंटीबायोटिक के सेवन से भी बच्‍चों को एक्जिमा हो सकता है।
  • कई बार कुछ विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थों से भी बच्चों को एलर्जी हो सकती है और यह एक्जिमा को ट्रिगर कर सकती है। इसलिए अगर बच्चे को किसी तरह के खाने के बाद यह परेशानी नजर आए तो उससे दूरी ही बनाए रखें।
  • कई बार बच्चे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले साबुन, बॉडी लोशन आदि भी एक्जिमा का कारण बन सकते हैं। यहां तक कि बच्चों के कपड़ों को धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले डिटर्जेंट पर भी ध्यान दिया जाना बेहद जरूरी है।

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घरेलू उपचार

  • एक्जिमा का मुख्य कारण रूखी स्किन है। इसलिए मॉइश्चराइजर की मदद से स्किन की प्राकृतिक नमी को बनाए रखा जा सकता है। आप नहाने के बाद बच्चे को मॉइश्चराइजर लगाएं। साथ ही दिन में कई बार इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • गुनगुने पानी से स्नान के जरिए त्वचा को हाइड्रेट किया जा सकता है। साथ ही इससे खुजली में भी आराम मिलता है। हालांकि आप इस बात का ध्यान रखें कि पानी बहुत अधिक गर्म न हो और स्नान 5-10 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • माइल्ड, अनसेंटेड बॉडी और लॉन्ड्री साबुन का इस्तेमाल करें। डियोडरेंट व एंटी-बैक्टीरियल साबुन बच्चे की स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • साबुन का बार-बार इस्तेमाल करने से बच्चे की स्किन रूखी हो सकती है। इसलिए साबुन का इस्तेमाल वहीं करें, जहां से बच्चा गंदा हो। बाकी जगहों पर पानी का ही इस्तेमाल करें।
  • बच्चे को सूती से बने आरामदायक कपड़े पहनाने चाहिए।
  • बच्चे की स्किन को रगड़े नहीं। उसे आराम से डैब करते हुए सुखाएं। 
  • बच्चे को कभी भी नए कपड़े पहनाने से पहले उसे जरूर धोएं। इससे उनकी स्किन पर रिएक्शन नहीं होता।
  • कभी भी बच्चे को ओवरड्रेस न करें या बहुत सारे कंबल का उपयोग न करें। इससे वह गर्म और पसीने से तर हो जाते हैं और इससे उन्हें एक्जिमा की समस्या हो सकती है।
  • एक्जिमा होने पर बच्चों को खुजली होती है और प्रभावित क्षेत्र को खुजाने से स्थिति गंभीर हो सकती है। इसलिए बच्चों के नाखूनों को हमेशा काटकर रखें।

चिकित्सीय इलाज

अगर बच्चे की स्किन पर पीले या हल्के भूरे रंग की पपड़ी या मवाद से भरे फफोले एक्जिमा के ऊपर दिखाई दें तो डॉक्टर से जाँच कराएँ। यह एक जीवाणु संक्रमण का संकेत हो सकता है जिसे एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता होती है। आप डॉक्टर की सलाह पर क्रीम और मलहम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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अमूमन हाइड्रोकोर्टिसोन क्रीम एक्जिमा के उपचार में प्रभावी हो सकती है, लेकिन दस वर्ष से कम उम्र के बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी क्रीम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर आप स्टेरॉइड क्रीम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसका इस्तेमाल थोड़ा ध्यान से करें क्योंकि इसके अधिक इस्तेमाल से त्वचा पतली हो सकती है। 

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