Influenza And Seasonal Flu Prevention Tips: सर्दी के मौसम में संक्रमण और वायरल समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों के बीमार होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। सर्दियों के मौसम में सीजनल फ्लू और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों का खतरा भी ज्यादा रहता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इन बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। इन समस्याओं में शरीर में दर्द, नाक बहने की समस्या, गले में खराश, बुखार, सिरदर्द समेत कई गंभीर परेशानियां होती हैं। बच्चों और बुजुर्गों का ठीक ध्यान न रखने से उनमें ये परेशानियां गंभीर होने का खतरा रहता है। सर्दियों में शरीर को सीजनल फ्लू और इन्फ्लूएंजा जैसी स्थितियों की चपेट में आने से बचाने के लिए विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं शरीर को फ्लू और इन्फ्लूएंजा से बचाने के टिप्स के बारे में।
इन्फ्लूएंजा और सीजनल फ्लू से बचाव के टिप्स- Influenza And Seasonal Flu Prevention Tips in Hindi
इन्फ्लूएंजा और सीजनल फ्लू जैसी गंभीर समस्याओं के लक्षणों को नजरअंदाज करने से परेशानियां और बढ़ जाती हैं। सर्दियों के मौसम में सीजनल फ्लू और इन्फ्लूएंजा का खतरा बढ़ जाता है। ये बीमारियां ज्यादातर बच्चों और बुजुर्गों में देखने को मिलती हैं। आमतौर पर लोग इन्फ्लूएंजा और फ्लू को सामान्य सर्दी-जुकाम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर कहते हैं, "इन्फ्लूएंजा और फ्लू का खतरा कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में ज्यादा रहता है। इन समस्याओं से बचने के लिए लक्षणों को सही समय पर पहचान कर इलाज और बचाव अपनाने चाहिए।"
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इन्फ्लूएंजा और सीजनल फ्लू के लक्षण- Influenza And Seasonal Flu Symptoms in Hindi
सीजनल फ्लू और इन्फ्लूएंजा खांसी और छींक से निकले ड्रॉपलेट्स के माध्यम से भी फैल सकता है। संक्रमित होने के बाद यह 5 से 7 दिनों तक शरीर में रह सकता है। इन्फ्लूएंजा और सीजनल फ्लू के संक्रमण में मरीज को इन परेशानियों का सामना करना पड़ता है-
- खांसी और जुकाम
- बुखार और शरीर में दर्द
- गले में खराश और सूखापन
- तेज सिरदर्द
- नाक बहने की समस्या
- उल्टी और दस्त
इन्फ्लूएंजा और सीजनल फ्लू से बचाव- Influenza And Seasonal Flu Prevention in Hindi
सर्दियों में इन्फ्लूएंजा और सीजनल फ्लू का खतरा सबसे ज्यादा कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में रहता है। इससे बचने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को मजबूत रखें। इसके अलावा इन्फ्लूएंजा या सीजनल फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलती है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखना चाहिए। हाथों को समय-समय पर साबुन की सहायता से अच्छी तरह साफ करें। इसके अलावा शरीर को हेल्दी और बीमारी से बचाने के लिए रोजाना विटामिन सी और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा वाले फूड्स का सेवन करें।
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रोजाना एक्सरसाइज और योग का अभ्यास करने से भी इन बीमारियों के संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है। सर्दी-खांसी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षणों को नजरअंदाज करने से बचें। इन लक्षणों के दिखने पर सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें और जांच के बाद उचित इलाज जरूर लें। किसी भी स्थिति में बिना डॉक्टर की सलाह के दवाओं का सेवन करने से बचें।
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