Nutrition for Women: आजकल महिलाएं अपने घर, ऑफिस की दोहरी जिम्मेदारियां निभा रही हैं। वे अपने बच्चों, परिवार की डाइट पर पूरा ध्यान देती हैं। लेकिन खुद पर ध्यान रखना जरूरी नहीं समझती हैं। लंबे समय तक हेल्दी डाइट न लेने से महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती हैं। सही भोजन, सही मात्रा में लेने से महिलाएं हमेशा स्वस्थ रह सकती हैं। महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से दुनियाभर में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) मनाया जाता है। इसके तहत Onlymyhealth ने महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए ‘हेल्दी नारी, हैप्पी नारी’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत आज हम आपको बताने जा रहे हैं महिलाओं में कौन-कौन से पोषक तत्वों की कमी अधिक देखने को मिलती हैं।
महिलाओं के लिए पोषण कितना जरूरी है? (Why Nutrition is Important for Female)
महिलाएं अपने परिवार, बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर खाना खिलाने की पूरी कोशिश करती हैं। लेकिन खुद घर, ऑफिस की दोहरी जिम्मेदारियों में व्यस्त रहती हैं। जबकि महिलाओं के लिए भी पोषक तत्वों से भरपूर भोजन जरूरी होता है। डायटीशियन स्वाती बाथवाल बताती हैं कि हॉर्मोन्स की वजह से महिलाओं के शरीर में हर 10 साल में बदलाव आते हैं, ऐसे में उसी अनुसार उनके पोषण तत्वों की जरूरत भी बदलती है। टीनएज, प्रेगनेंसी, पोस्ट प्रेगनेंसी, प्री मेनोपॉज और मेनोपॉज सभी स्टेज पर महिलाओं को न्यूट्रिशन की जरूर पड़ती है।
महिलाओं में होती है इन पोषक तत्वों की कमी (Nutrient Deficiency in Females)
आजकल अधिकतर महिलाएं हेयर फॉल, हॉर्मोनल डिसबैलेंस, शरीर में दर्द, डिप्रेशन और मूड स्विंग की शिकायत करती हैं। पीसीओडी भी महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकता है। साथ ही पोषक तत्वों की कमी होने पर थकान, कम उम्र में चेहरे पर झुर्रियां, ग्लो न रहना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। महिलाओं में आयरन, विटामिन डी और विटामिन बी 12 की कमी अधिक मात्रा में देखने को मिलती है।
1. आयरन की कमी (Iron Deficiency in Women)
भारत में अधिकतर महिलाओं में आयरन की कमी देखने को मिलती है। आयरन हीमोग्लोबिन का एक महत्वपूर्ण घटक है। शरीर में आयरन की कमी होने से लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) नहीं बन पाती हैं। इसकी वजह से महिलाओं को एनीमिया जैसी बीमारी का सामना करना पड़ता है। इस दौरान शरीर में खून की कमी हो जाती है। इसके लिए आप अपनी डाइट में बादाम शामिल करें। इसमें आयरन की अच्छी मात्रा होती है। लेकिन बादाम को चाय, कॉफी और दूध के साथ लेने से बचें।
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2. विटामिन बी12 की कमी (Vitamin B12 Deficiency in Female)
आजकल महिलाओं में विटामिन बी12 की कमी भी देखने को मिल रही है। इसका कारण अनहेल्दी इटिंग हैबिट्स हो सकता है। विटामिन बी12 नर्वस सिस्टम को स्ट्रॉन्ग रखने और एनर्जी देने का काम करता है। विटामिन बी12 एनीमिया से बचाता है। थकान, बाल झड़ना, डिप्रेशन, कमजोरी और सुस्ती आना शरीर में विटामिन बी 12 की कमी के लक्षण हो सकते हैं।
3. विटामिन डी की कमी (Vitamin D Deficiency in Females)
इतना ही नहीं महिलाओं में विटामिन डी की कमी भी अधिक मात्रा में देखने को मिलती है। महिलाओं को हड्डियों, पीठ में दर्द होना विटामिन डी की कमी के लक्षण हो सकते हैं। साथ ही मांसपेशियों में दर्द भी विटामिन डी की कमी के कारण हो होता है।
4. कैल्शियम की कमी (Calcium Deficiency in Women)
एक उम्र के बाद महिलाओं को कैल्शियम सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है। महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी भी हड्डियों में दर्द का कारण बन सकता है।
कौन-सा विटामिन किसके साथ लेना चाहिए?
- खाली पेट विटामिन डी लेने से बचें। विटामिन डी को आप दूध, खाने के साथ ले सकते हैं।
- आयरन अवशोषण के लिए आपको इसे विटामिन सी रिच फूड्स के साथ लेना चाहिए।
- बादाम के साथ नींबू पानी लेना काफी फायदेमंद होता है। इससे शरीर को आयरन अच्छी मात्रा में मिलता है।
- विटामिन बी12 को फलों के साथ लेने से अधिक लाभ मिलता है।
- कैल्शियम और विटामिन डी का कॉम्बिनेशन काफी अच्छा होता है। इससे शरीर दोनों का अच्छी तरह से अवशोषण कर लेता है।
क्या पोषक तत्वों की कमी मासिक धर्म को प्रभावित करता है? (Can Vitamin Deficiency Cause Menstrual Problems)
डायटीशियन स्वाती बाथवाल बताती हैं कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी मासिक धर्म च्रक को प्रभावित करता है। अगर शरीर में आयरन की कमी होती है, तो पीरियड्स के दौरान महिलाओं को थकान, सिरदर्द की समस्या हो सकती है। विटामिन डी पीरियड्स क्रैम्प से बचाता है। अगर आप सही तरीके से खाना नहीं खा रही हैं, तो इसका मतलब है आपकी बॉडी इंसुलिन बना रही है, लेकिन ठीक से काम नहीं कर पा रही है। जो पीसीओएस का कारण बन सकता है। इस स्थिति में आपको रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स से बचना चाहिए।