Importance Of Injections in IVF: इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) की प्रक्रिया की मदद से निसंतान दंपतियों को माता-पिता बनने का सुख मिलता है। आईवीएफ की प्रक्रिया में दंपत्ति के स्वयं के अंडों और शुक्राणु का उपयोग करके भ्रूण को विकसित किया जाता है। आईवीएफ की पूरी प्रक्रिया में कई बार मरीज को इंजेक्शन लगते हैं। जिन लोगों को नहीं पता उन्हें बता दें कि इंजेक्शन वह इंजेक्टेबल दवाएं हैं जो आईवीएफ के हर चरण में काम आती हैं। एक मरीज से हुई बातचीत में मुझे पता चला कि पूरी आईवीएफ जर्नी में मरीज को करीब 15 से 17 इंजेक्शन लगते हैं। इंजेक्शन की संख्या इस बात पर तय की जाती है कि मरीज का स्वास्थ्य कैसा है। इस आधार पर डॉक्टर तय करते हैं कि मरीज को कौन सी दवाएं, इंजेक्शन से देनी हैं। चलिए आगे आपको बताएंगे आईवीएफ ट्रीटमेंट में इंजेक्शन का महत्व। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने IVF Specialist, Birla Fertility & IVF Center, Lucknow and Obstetrics and Ex Dean Gynaecology Department, KGMU Lucknow Dr (Prof) Vinita Das से बात की।
आईवीएफ ट्रीटमेंट के लिए इंजेक्शन का महत्व- Importance of Injections in IVF
आईवीएफ ट्रीटमेंट के लिए इंजेक्शन का महत्व विभिन्न चरणों में देखा जाता है जैसे-
- ओवरी स्टिम्युलेशन की स्टेज में इंजेक्शन की मदद से महिला के अंडाशयों को उत्प्रेरित किया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि एक या अधिक अंडे विकसित किए जा सकें।
- एक सर्जिकल प्रक्रिया के जरिए अंडे को अंडाशय से निकाला जाता है। इस दौरान डॉक्टर ऐनेस्थेसिया को इंजेक्शन के फॉर्म में देते हैं।
- ट्रीटमेंट के दौरान उत्पन्न हुए एम्ब्रियो को महिला के गर्भाशय में स्थानांतरित करने के लिए भी इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है।
- आईवीएफ ट्रीटमेंट में इंजेक्शन इसलिए जरूरी हैं क्योंकि इनकी मदद से हार्मोन्स के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है और हार्मोन्स के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है।
आईवीएफ ट्रीटमेंट में कौन से इंजेक्शन लगते हैं?- IVF Treatment Injections
आईवीएफ ट्रीटमेंट में फोलिकल स्टिम्युलेटिंग हॉर्मोन्स (FSH) इंजेक्शन लगता है। यह इंजेक्शन, अंडाशय के अंदर अंडों को विकसित करने के लिए किया जाता है। इसके बलावा आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान ल्यूटिनाइजिंग हॉर्मोन्स (LH) इंजेक्शन लगता है। यह इंजेक्शन, अंडाशय के विकसित अंडों को छोड़ने और गर्भधारण की तैयारी के लिए दिया जाता है। इसके अलावा ह्यूमन चोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (HCG) इंजेक्शन, गनाडोट्रोपिन-रिलीजिंग हॉर्मोन्स (GnRH) इंजेक्शन, प्रोजेस्टेरोन इंजेक्शन आदि लगाए जाते हैं। अगर आप भी आईवीएफ योजना से जुड़ने जा रहे हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें और इलाज की पूरी जानकारी लें। इंजेक्शन के अलावा महिला को हार्मोनल दवाएं भी दी जा सकती हैं।
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आईवीएफ इंजेक्शन के साइड इफेक्ट्स- Side Effects of IVF Injections
जैसे अन्य दवाओं और इंजेक्शन के बुरे प्रभाव शरीर पर देखने को मिलते हैं, ठीक उसी तरह आईवीएफ ट्रीटमेंट से संबंधित इंजेक्शन के भी कुछ दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं। जैसे-
- पेट खराब हो जाना।
- रात में बेचैनी महसूस होना।
- चक्कर आना।
- बार-बार मूड बदलना या चिड़चिड़ापन महसूस होना।
- पेट में दर्द होना।
- सूजन या मतली होना।
- सिर दर्द होना।
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