शरीर के सभी अंग महत्वपूर्ण होत हैं। यदि किसी भी अंग के कार्य प्रभावित होते हैं तो इससे आपको कई तरह की समस्याएं हो सकती है। ठीक इसी तरह किडनी हमारे शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होती है। किडनी, रक्त से विषाक्त अपशिष्ट उत्पादों को छानकर उसे शुद्ध करती हैं। बाद में यह अपशिष्ट पेशाब के जरिए शरीर से बाहर हो जाते हैं। बाहर निकलने वाले उत्पादों में क्रिएटिनिन और यूरिया होते हैं। किडनी के कार्यक्षमता को जानने के लिए डॉक्टर रक्त में इन दोनों की मात्रा को चेक करते हैं। कई बार कुछ विशेष कारण से किडनी में बदलाव होते हैं, और इनका इलाज न करने पर यह कैंसर का रूप धारण कर लेते हैं। किडनी कैंसर में किडनी के टिश्यू में मौजूद कोशिकाओ में असामान्य वृद्धि देखी जाती है। समय के साथ, ये कोशिकाएं इकट्ठा हो जाती है, जिसे ट्यूमर कहा जाता है। इस तरह का कैंसर तब शुरू होता है जब किसी कारण कोशिकाओं में परिवर्तन होता। आगे नारायणा अस्पताल, हावड़ा, के एडल्ट किडनी ट्रांसप्लांट, नेफ्रोलॉजी और सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर पार्थ कर्मकार से जानते हैं कि किडनी कैंसर किस तरह से शरीर में होता है? साथ ही इसके कुछ मुख्य कारणों को भी जानेंगे।
शरीर में किस तरह से होता है किडनी कैंसर - How Does Kidney Cancer Develop In The Body In Hindi
डॉक्टर व कैंसर.नेट के मुताबिक किडनी कैंसर तब शुरू होता है जब एक या दोनों ही किडनी में स्वस्थ कोशिकाओं में बदलाव होने लगता है। इस दौरान कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। इससे कोशिकाओं का एक समूह बन जाता है, जिसे रीनल कॉर्टिकल ट्यूमर कहा जाता है। यह ट्यूमर निष्क्रिय व गंभीर भी हो सकता है। ट्यूमर में लगातार वृद्धि कैंसर का कारण बन सकता है। वहीं निष्क्रिय ट्यूमर में भी कैंसर उत्पन्न हो सकता है। कोशिकाओं में होने वाला बदलाव उनके डीएनए में परिवर्तन की वजह से हो सकता है। फिलहाल इसके अन्य कारणों पर अभी रिसर्च चल रही है।
किडनी कैंसर कितने प्रकार के होते हैं? - Type Of Kidney Cancer In Hindi
- रीनल सेल कार्सिनोमा (आरसीसी): यह किडनी कैंसर का सबसे आम रूप माना जाता है। किडनी कैंसर के करीब 85% मामले इस तरह के कैंसर के पाए जाते हैं। रीनल सेल कार्सिनोमा आमतौर पर एक किडनी में एक ट्यूमर के रूप में विकसित होता है, लेकिन यह दोनों किडनी को प्रभावित कर सकता है। कैंसर उन कोशिकाओं में शुरू होता है जो आपके किडनी की नलिकाओं (छोटी नलिकाएं जो पोषक तत्वों और तरल पदार्थ को आपके रक्त में वापस लौटाती हैं) से जुड़ी होती हैं।
- संक्रमणकालीन कोशिका कैंसर (Transitional cell cancer)
- गुर्दे का सारकोमा (Renal sarcoma)
- विल्म्स ट्यूमर (Wilms tumor)
किडनी कैंसर होने के कारण - Causes Of Kidney Cancer In Hindi
- परिवारिक इतिहास - यदि किसी व्यक्ति के परिवार में पहले किसी को किडनी का कैंसर हुआ है तो इससे किडनी का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
- रेडिएशन थेरेपी - जो महिलाएं प्रजनन अंग से जुड़े कैंसर के इलाज के लिए रेडिएशन थेरेपी का उपयोग करती है, उनको किडनी कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।
- जीन्स में बदलाव - कोशिकाओं में बदलाव के लिए जीन्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कोशिकाओं के जीन्स में बदलाव किडनी कैंसर का कारण बन सकता है।
- डायलेसिस ट्रीटमेंट - जो व्यक्ति लंबे समय से डायलेसिस प्रक्रिया से गुजर रहे हैं, उनको भी किडनी कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
- ट्यूबरस स्केलेरोसिस कॉम्प्लेक्स - ट्यूबरस स्केलेरोसिस एक ऐसी बीमारी है जो दौरे पड़ना और बौद्धिक विकलांगता के साथ-साथ कई अलग-अलग अंगों में ट्यूमर का कारण बनती है।
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किडनी कैंसर से बचाव के लिए आप शराब, धूम्रपान आदि से दूरी बनाएं। इसके अलावा, वजन को कंट्रोल में रखना और एक्सरसाइज व संतुलित आहार लेना चाहिए। साथ ही ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखना बेहद आवश्यक होता है। किडनी से संबंधित किसी भी तरह के बदलाव दिखाई देने पर उसे नजरअंदाज न करें। ऐसा करने से गंभीर रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।