Diet for Gestational Diabetes: प्रेग्नेंसी में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसकी वजह से कई तरह की समस्याएं होने का खतरा रहता है। इन समल्याओं में जेस्टेशनल डायबिटीज भी शामिल है। इस स्थिति से जूझ रही प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने खानपान पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। जेस्टेशनल डायबिटीज की वजह से न सिर्फ मां को नुकसान पहुंचता है, बल्कि बच्चे पर भी इसका गहरा असर हो सकता है। ऐसे में आपको अपने खानपान पर अधिक जोर देने की आवश्यकता है। इस लेख में जानते हैं जेस्टेशनल डायबिटीज होने पर क्या खाएं और क्या नहीं? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटीशियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।
जेस्टेशनल डायबिटीज क्या है?- What Is Gestational Diabetes
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि जेस्टेशनल डायबिटीज एक ऐसी स्थित है, जो मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं को ही होती है। इस स्थिति में प्रेग्नेंट महिलाओं का शुगर लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं, जिसमें हार्मोन का अंसतुलित होना, वजन बढ़ना, जेनेटिक इत्यादि हो सकता है। इस स्थिति से जूझ रही महिलाओं को सिजेरियन डिलीवरी और बच्चे में लो ब्लड शुगर का खतरा होने की संभावना होती है।
जेस्टेशनल डायबिटीज में क्या खाना चाहिए?- Foods To Eat in Gestational Diabetes
हाई फाइबर युक्त आहार- High Fiber Foods
जेस्टेशनल डायबिटीज से जूझ रही महिलाओं को अपने आहार में हाई फाइबर युक्त चीजों को जोड़ने की आवश्यकता होती है। इस स्थिति में कोशिश करें कि आप अपने आहार में बीन्स, साबुत अनाज, फलों और हरी सब्जियों को शामिल करें। इस तरह के आहार से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।
लीन प्रोटीन- Lean Protein
ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने की स्थिति में लीन प्रोटीन का सेवन करें। लीन प्रोटीन में अनहेल्दी फैट की मात्रा कम होती है। इसके लिए आप अपने आहार में मछली, टोफू, चिकन जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं। साथ ही इस तरह के आहार के बच्चों को विकास भी बेहतर होता है।
हेल्दी फैट का करें चुनाव- Select Healthy Fat
जेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में हेल्दी फैट जैसे- ऑलिव ऑयल, एवोकाडो, बीज, नट्स इत्यादि को शामिल करने की जरूरत होती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकती हैं। साथ ही इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार कर सकता है। इससे हार्ट डिजीज का खतरा भी कम होता है।
खाएं बिना स्टार्च वाली सब्जियां- Eat Vegetables Without Starch
बिना स्टार्च वाली सब्जियों के रूप में आप अपने आहार में पालक, फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं। इसे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
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जेस्टेशनल डायबिटीज में किन चीजों से बनाएं दूरी?- Foods to Avoid in Gestational Diabetes
जेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को अपने खानपान में कुछ चीजों को शामिल करने से बचने की आवश्यकता होती है, जिससे उनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे, जैसे-
- सोडा और मीठे ड्रिंक को अपने आहार में न जोड़ें
- शुगर युक्त चीजें जैसे- पेस्ट्री, मिठाई, केक इत्यादि का सेवन न करें।
- स्टार्च युक्त चीजें जैसे- आलू, साबूदाना इत्यादि का सेवन कम करें।
- शराब और धूम्रपान से बचने की कोशिश करें।
- रेड मीट का सेवन न करें, इत्यादि।
जेस्टेशनल डायबिटीज से जूझ रही महिलाओं को अपने खानपान पर अधिक जोर देने की आवश्यकता होती है, ताकि उनकी स्थिति में जल्द से जल्द सुधार किया जा सके। अगर आपको जेस्टेशनल डायबिटीज की परेशानी है, तो अपने डायटीशियन की मदद से अपने सही डाइट का चुनाव करें।