Coronary Heart Disease vs Coronary Artery Disease: खानपान से जुड़ी गड़बड़ी और खराब जीवनशैली के कारण हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। पहले हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी परेशानियां बुजुर्गों और अधेड़ उम्र के लोगों में देखने को मिलती थीं, लेकिन आज के समय में ये बीमारियां बहुत कॉमन हो गयी हैं। बीते कुछ सालों से युवाओं में भी हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं। कोरोनरी हार्ट डिजीज (CHD) और कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) दो ऐसी स्थितियां हैं, जिनमें हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। इन दोनों बीमारियों में दिखने वाले लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं, जिसके कारण अक्सर मरीज इनकी पहचान करने में कंफ्यूज हो जाते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं कोरोनरी आर्टरी डिजीज और कोरोनरी हार्ट डिजीज में अंतर और इनके लक्षणों के बारे में।
कोरोनरी हार्ट डिजीज और कोरोनरी आर्टरी डिजीज में अंतर- Difference Between Coronary Heart Disease And Coronary Artery Disease in Hindi
कोरोनरी आर्टरी डिजीज और कोरोनरी हार्ट डिजीज दोनों ही हार्ट और धमनियों से जुड़ी गंभीर समस्या है। कोरोनरी धमनियां हार्ट को ब्लड सप्लाई करने का काम करती हैं और इन धमनियों में दिक्कत आने से मरीज को गंभीर परेशानियों का खतरा बना रहता है। लखनऊ के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ केके कपूर कहते हैं कि, "कोरोनरी हार्ट डिजीज (CHD) और कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CHD) में दिखने वाले लक्षण एक जैसे होते हैं। आनुवांशिक कारण, जीवनशैली से जुड़ी गड़बड़ी और अनहेल्दी डाइट का सेवन करने से इन बीमरियों का जोखिम बढ़ जाता है। इन दोनों बीमारियों के बीच सामान्य अंतर होता है और इनका इलाज भी एक ही पैटर्न से किया जाता है।"
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कोरोनरी आर्टरी और हार्ट डिजीज क्या है?- What is Coronary Artery and Heart Disease in Hindi
कोरोनरी धमनियों में प्लाक जमा होने की स्थिति को कोरोनरी हार्ट डिजीज कहते हैं और इसके लिए कोरोनरी आर्टरी डिजीज जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया जाता है। ये धमनियां आपके हार्ट को ऑक्सीजन सप्लाई करती हैं। प्लाक जमा होने के कारण हार्ट तक ब्लड की सप्लाई बाधित होती है। इस स्थिति को एथेरोस्क्लेरोसिस भी कहा जाता है। जब यह स्थिति बढ़ने लगती है तो इससे प्लाक या धमनियों के फटने की भी संभावना रहती है। इसके कारण कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक जैसी स्थितियों का खतरा बढ़ जाता है।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज या कोरोनरी हार्ट डिजीज बहुत ज्यादा फैटी भोजन का सेवन, बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने और बहुत ज्यादा कैल्शियम युक्त फूड्स का सेवन करने से होता है। इन बीमारियों में मरीज को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द समेत कई गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ता है।
कोरोनरी आर्टरी और हार्ट डिजीज के लक्षण- Coronary Artery Disease Symptoms in Hindi
कोरोनरी आर्टरी डिजीज या कोरोनरी हार्ट डिजीज में मरीज को ये लक्षण दिखाई देते हैं-
- सांस लेने में तकलीफ
- सीने में दर्द और बेचैनी
- सीने में भारीपन और जकड़न
- सीने में दबाव, दर्द और जलन
- थकान और आलस महसूस करना
- सांस फूलने लगना
- चक्कर आना
- घबराहट और उल्टी या मतली
कोरोनरी आर्टरी डिजीज या कोरोनरी हार्ट डिजीज के लिए खानपान से जुड़ी गड़बड़ी और लाइफस्टाइल से जुड़े कारण जिम्मेदार होते हैं। इस समस्या में धमनियों में फैट या कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है। इस स्थिति से बचने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बहुत ज्यादा फैटी और ऑयल भोजन करने से इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
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