कोरोना वायरस के मामले अभी तक पूरी तरह से थमे नहीं हैं कि ऐसे में इसके नए-नए वैरिएंट्स देखने को मिल रहे हैं। यह तो सभी को पता है कि कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से आपको भी संक्रमण हो सकता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने हाल ही में यह पता लगाया है कि कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कितने समय में आपको भी इंफेक्शन हो सकता है। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
क्या कहती है स्टडी?
नेचर जर्नल (Nature Journal) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक कोविड से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की अवधि और निकटता के अनुसार कोरोना इंफेक्शन का खतरा अलग-अलग तरीकों से हो सकता है। ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा इस एक्सपोजर के बाद सार्स-कोव 2 ट्रांसमिशन का अंदाजा लगाने के लिए वेल्स में 70 लाख एनएचएस कोविड एप के डेटा का भी इस्तेमाल किया गया था।
निकटता से बढ़ता है खतरा
शोधकर्ताओं के मुताबिक अगर कोविड से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में निकटता से आया जाए तो यह एक्सपोजर के खतरे को बढ़ाता है। कोविड संक्रमित के जितना ज्यादा नजदीक जाया जाए संक्रमण फैलने का खतरा उतना ही बढ़ता है। स्टडी में हुए ज्यादातर संपर्क कम समय की अवधि के थे। यह ट्रांसमिशन आमतौर पर एक घंटे से लेकर कई दिनों तक चलने वाले एक्सपोजर तक रह सकता था। स्टडी में 2,40,000 सकारात्मक परीक्षण शामिल किए गए थे।
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JN.1 वैरिएंट के बढ़े मामले
कोरोना के दूसरे वैरिएंट्स के साथ ही साथ JN.1 वैरिएंट के मामले देशभर में लगातार बढ़ रहे हैं। इस वैरिएंट ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटे में 63 मामले सामने आए थे। यह मामले देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आ रहे हैं। इनके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 4500 के पार जा चुका है। गोवा में इस वैरिएंट के 34 मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में 9, केरल में 6, तमिलनाडु में 4, कर्नाटक में 8 और तेलंगाना से दो मामलों की पुष्टि की गई है।