स्किन पर चकत्ते या रैशेज जैसी परेशानियों का सामना कभी न कभी करना पड़ता है। स्किन पर अचानक से उभरे लाल रंग के धब्बों या घाव को चकत्ते कहते हैं। यह काफी ज्यादा खुजलीदार या फिर उबड़-खाबड़ होती है। स्किन पर चकत्ते आपको विभिन्न तरीकों से नजर आ सकते हैं। साथ ही इसके कई कारण भी हो सकते हैं। दुनियाभर के लाखों लोग चकत्ते की समस्या से परेशान होते हैं। कुछ चकत्ते खुद-ब-खुद और घरेलू उपचार से ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ गंभीर मामलों में चकत्ते का इलाज कराना जरूरी हो जाता है। आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं कि स्किन पर चकत्ते होने के सामान्य कारण क्या हो सकते हैं? चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-
स्किनफाइन क्लीनिक के चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अभिनव सिंह बताते हैं कि हमारी स्किन पर चकत्ते कई प्रकार के होते हैं। उन प्रकारों के आधार पर बताया जा सकता है कि आपको चकत्ते किन कारणों से हुआ है। जैसे- छोटे बच्चों को अगर आप लंबे समय तक डायपर पहनाकर रखते हैं, तो उन्हें रैशेज निकल आता है। इसका कारण बैक्टीरीया हो सकता है। वहीं, कुछ लोगों को फंगल इंफेक्शन की वजह से रैशेज होने लगते हैं। फंगल इंफेक्शन में दाद, एथलीट फुट और दाद जैसे चकत्ते शामिल हैं। इसके अलावा कई अन्य तरह के चकत्ते होते हैं। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
चकत्ते के सामान्य प्रकार (Common Types of Skin Rash)
घमौरियां - यह अधिकतर लोगो को गर्मी के कारण निकले पसीने की वजह से होता है। खासतौर पर ऐसे लोगों को जो साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं।
वायरल रैश - जैसा की नाम से ही साफ होता है कि वायरल रैश वायरस की वजह से होने वाले चकत्ते हैं। इसमें हर्पीस, कोल्ड सोर्स, शिंगल्स, रुबेला और चिकन पॉक्स शामिल हैं।
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रोजेशिया - रोजेशिया के कारण स्पष्ट नहीं है। लेकिन अगर यह किसी को एक बार हो जाए, तो इसके कुछ सक्रिया यानि ट्रिगर करने वाले कारण हैं। जिसकी वजह से आपके शरीर में काफी ज्यादा लक्षण दिख सकते हैं। जैसे- तनाव, फिजीकल वर्क, तेज हवा, गर्म वातावरण, स्ट्रेस लेना, सूरज की रोशनी इत्यादि।
हीट रैश - हीट रैशेज अधिक गर्मी में रहने वाले लोगों को हो सकता है। अगर आप अचानक से अधिक गर्म वातावरण में प्रवेश करते हैं, तो आपको हीट रैशेज होने की संभावना बढ़ जाती है।
इसके अलावा स्किन पर रैशेज होने के कई प्रकार हैं। जैसे इंटरट्रिगो, सोरायसिस, हीव्स, एक्जिमा, स्कैबीज इत्यादि।
स्किन पर रैशेज के कारण (Causes of Skin Rash)
डॉक्टर बताते हैं कि स्किन पर रैशेज होने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे- स्किन एलर्जी, दवाइयों से इंफेक्शन, खाने की चीजों से एलर्जी या फिर कुछ बीमारियां। इसके अलावा कई अन्य संभावित कारण हो सकते हैं। जैसे- वायरस इंफेक्शन, बैक्टीरियल इंफेक्शन, फंगल, परजीवी इत्यादि के कारण आपके स्किन पर चकत्ते हो सकते हैं। चलिए जानते हैं कुछ ऐसे सामान्य संभावित कारण जिसकी वजह से आपके स्किन पर उभर सकते हैं चकत्ते-
1. कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Contact dermatitis)
यह चकत्ते के सबसे आम कारणों में से एक है। किसी वस्तु या पदार्थ के संपर्क में आने से जिसकी वजह से आपको एलर्जी हो, उसके परिणामस्वरूप आपके स्किन पर Contact dermatitis की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस स्थिति में आपकी स्किन पर खुजली, सूजन, लाल रंग के दाग-धब्बे उभरने लगते हैं। इसके कुछ सामान्य कारक हैं। जैसे-
- जहरीले पौधों के संपर्क में आने से
- कपड़ों की हाई के इस्तेमाल से एलर्जी होना।
- ब्यूटी प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से एलर्जी होना।
- कुछ केमिकल्स जैसे- रबड़, लेटेक्स इत्यादि।
2. ऑटो इम्यून स्थिति (Autoimmune conditions)
यह स्थिति किसी भी व्यक्ति में तब उत्पन्न होती है, जब उसके शरीर की इम्यूनिटी अपने ही शरीर के हेल्दी टिश्यूज पर हमला करने लग जाती है। ऐसी कई ऑटोइम्यून बीमारियां हैं, जिसके कारण आपकी स्किन पर चकत्ते हो सकते हैं। इसमें सबसे प्रमुख लुपस है। लुपस ऑटोइम्यून की वजह से शरीर के कई हिस्से प्रभावित हो सकते हैं।
3. दवाएं (Medications)
स्किन पर रैशेज कुछ दवाओं के साइड-इफेक्ट की वजह से भी उत्पन्न हो सकते हैं। इसके अलावा हो सकता है कि आपको कुछ दवाइयों से एलर्जी हो, जिसके कारण आपकी स्किन पर रैशेज हो सकते हैं। साथ ही कुछ एंटीबायोटिक्स के कारण भी स्किन पर रैशेज विकसित हो सकते हैं।
4. संक्रमण
यह स्किन पर रैशेज होने के सबसे प्रमुख और सामान्य कारणों से से एक है। वायरल, बैक्टीरियल या फिर कवक के कारण भी स्किन पर चकत्ते उत्पन्न हो सकते हैं। इनके कई प्रकार होते हैं। जैसे - कैंडिडिआसिस, फंगल इंफेक्शन इत्यादि। इस इंफेक्शन की वजह से स्किन पर खुजली, चकत्ते होते हैं, जिसकी वजह से आपकी स्किन फोल्ड दिखती है। वहीं, बैक्टीरियल इंफेक्शन की बात की जाए, तो इसमें सैल्यूलाइटिस सबसे प्रमुख है। जिसकी वजह से स्किन लाल और सूजी हुई दिखती है।
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शिशुओं को चकत्ते होने के कारण (Causes of Skin rashes in Baby)
- खसरा
- चिकनपॉक्स
- फिफ्थ डिजीज
- इम्पेटिगो
- कवासागी रोग
- बैक्टीरियल संक्रमण जैसे- स्कार्लेट फीवर इत्यादि
स्किन रैशेज से कैसे करें बचाव (Prevention of Skin rash)
- अपनी स्किन पर ज्यादा नमी न रहने दें। खासतौर पर छोटे बच्चों की स्किन काफी ज्यादा नाजुक होती है। इस स्थिति में लंबे समय तक डायपर न पहनाएं।
- अगर आपकी स्किन काफी ज्यादा ड्राई है, तो अपने स्किन पर बिना गंध वाले मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें।
- स्किन में किसी तरह की खुजली या फिर जलन होने पर ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें।
- हल्के साबुन का इस्तेमाल करें।
- अपने स्किन को गर्म पानी से साफ करें।
- अगर रैशेज हो गया है, तो उसे ज्यादा रगड़े नहीं।
- खुजली या फिर स्किन पर लालिमा नजर आने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
- डॉक्टर के दिए सलाह को अच्छे से फॉलो करें।
- अगर आपको किसी भी चीज से एलर्जी है, तो उसके इस्तेमाल या फिर संपर्क से बचें।
- अपनी स्किन को कभी भी सूखा न रगड़ें। खुजली या फिर किसी अन्य तरह की परेशानी महसूस होने पर उसे थपथपाएं।
स्किन पर रैशेज कई कारणों से हो सकते हैं। इसलिए अगर आपको स्किन पर किसी तरह की खुजली या फिर लालिमा दिख रही है, तो एक बार डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। ताकि अगर किसी तरह की गंभीर परेशानी है, तो उसका समय पर इलाज किया जा सके।
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