Coconut Flour Benefits in Diabetes: खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली के कारण डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर भी डाइट का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हैं। इस बीमारी में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन करने की सलाह दी जाती है। ऐसे फूड्स जिनमें शुगर और कार्ब्स की मात्रा कम होती है, उनका सेवन डायबिटीज में फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा डायबिटीज में फाइबर युक्त फूड्स का सेवन करने की भी सलाह दी जाती है। इस बीमारी में सामान्य गेंहू के आटे से बनी रोटियों का सेवन करने की जगह हाई फाइबर आटे की रोटियों का सेवन करना चाहिए। डायबिटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए नारियल के आटे (Coconut Flour) का सेवन करने से फायदा मिलता है।
डायबिटीज में नारियल के आटे का सेवन करने के फायदे- Coconut Flour Benefits in Diabetes in Hindi
नारियल का आटा ग्लूटेन फ्री होता है और इसे सूखे नारियल को पीसकर बनाया जाता है। डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी में इसका सेवन किसी औषधि से कम फायदेमंद नही है। गेंहू की तुलना में नारियल के आटे में डाइटरी फाइबर और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा होती है। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लिनिकल डाइटिशियन डॉ वीडी त्रिपाठी कहते हैं कि, "नारियल के आटे में कार्ब्स की मात्रा गेंहू की तुलना में कम होती है और फाइबर ज्यादा। डायबिटीज में इस आटे से बनी रोटियों का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है और पाचन भी ठीक रहता है।" रोजाना नारियल के आटे से बनी रोटियों का सेवन करने से वजन बढ़ने का खतरा भी नहीं रहता है।
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ब्लड शुगर कंट्रोल करने के अलावा नारियल के आटे का सेवन वजन कम करने और ग्लूटेन एलर्जी में भी फायदेमंद होता है। ग्लूटेन एलर्जी में मरीज को गेंहू का सेवन नहीं करना होता है, ऐसे में आप नारियल के आटे को डाइट में शामिल कर सकते हैं। नारियल के आटे का सेवन करने से जेस्टेशनल डायबिटीज के खतरे को कम करने में भी मदद मिलती है।
डायबिटीज से बचाव के उपाय- Diabetes Prevention Tips in Hindi
डायबिटीज मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं- टाइप 1 और टाइप 2। इनमें से टाइप 1 डायबिटीज तो अनुवांशिक होती है, लेकिन टाइप 2 डायबिटीज आमतौर पर खानपान और लाइफस्टाइल के कारण होती है। इस बीमारी से बचने के लिए डाइट में हाई फाइबर फूड्स, ताजे फल और सब्जियों को जरूर शामिल करना चाहिए। साबुत अनाज और शुगर की मात्रा वाली चीजों का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा कम होता है।
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नियमित रूप से शारीरिक श्रम या व्यायाम करने वाले लोगों में भी डायबिटीज का खतरा कम रहता है। अगर आपको भी डायबिटीज के लक्षण दिखाई देते हैं तो सबसे पहले खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार करें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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