Can Prediabetes Be Reversed Without Medication: डायबिटीज की बीमारी अनहेल्दी फूड्स का सेवन, निष्क्रिय जीवनशैली और आनुवांशिक कारणों से हो सकती है। पहले यह बीमारी बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब यह समस्या युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है। भारत में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, यही कारण है कि भारत को डायबिटीज का कैपिटल कहा जाने लगा है। शरीर में ब्लड शुगर का लेवल सामान्य से ज्यादा होने पर डायबिटीज का खतरा रहता है। डायबिटीज की वजह से आप कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। डायबिटीज से पहले आप प्री-डायबिटीज का शिकार होते हैं। प्री-डायबिटीज को बॉर्डरलाइन डायबिटीज भी कहा जाता है। यह स्थिति डायबिटीज की बीमारी की चेतावनी होती है। अगर समय रहते सही कदम उठाए गए, तो प्री-डायबिटीज से छुटकारा मिल सकता है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं क्या बिना दवा खाए प्री-डायबिटीज को ठीक किया जा सकता है?
प्री-डायबिटीज क्या है?- What is Prediabetes in Hindi
आसान भाषा में कहें तो, प्री-डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके खून में मौजूद शुगर का लेवल सामान्य से ज्यादा हो जाता है। इसकी वजह से टाइप 2 डायबिटीज के होने का खतरा बढ़ जाता है। खानपान में सुधार और लाइफस्टाइल से जुड़े जरूरी बदलाव करने से आप प्री-डायबिटीज की समस्या को ठीक कर सकते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ. समीर कहते हैं कि, "अगर आपके शरीर में ब्लड शुगर की रीडिंग फास्टिंग शुगर-100 -126 मि.ग्रा. और पी.पी. शुगर (खाने के 2 घन्टे बाद) 140-200 मि.ग्रा. है, तो इसे प्री-डायबिटीज कहा जाता है। इस स्थिति को नजरअंदाज करने से आप टाइप 2 डायबिटीज समेत कई गंभीर समस्याओं का शिकार हो सकते हैं।"
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अगर आप ब्लड शुगर की जांच कुछ दिनों तक लगातार कराते हैं और रोजाना ग्लूकोज का स्तर खाली पेट 100 से ज्यादा और खाना खाने के बाद 140 से ज्यादा रहता है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह रीडिंग प्री-डायबिटीज का संकेत है और इस स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेकर उचित डाइट और लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए।
क्या बिना दवा के प्री-डायबिटीज ठीक हो सकता है?- Can Prediabetes Be Reversed Without Medication in Hindi
डॉक्टर कहते हैं कि डाइट और जीवनशैली किसी भी बीमारी या समस्या को ठीक करने में सबसे अहम होती है। हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाने से कई गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद मिलती है। प्री-डायबिटीज को भी ठीक करने के लिए डाइट और एक्सरसाइज का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस स्थिति में नियमित रूप से व्यायाम या योग का अभ्यास करने और लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन करने से फायदा मिलता है। प्री-डायबिटीज का पता चलने पर ही सही कदम उठाने से इसे बिना दवा या इलाज के ठीक किया जा सकता है। लेकिन ज्यादा समय तक अगर यह समस्या बनी रहे, तो बिना दवा के इसे ठीक करना मुश्किल हो जाता है।
प्री-डायबिटीज में क्या खाएं?- What To Eat in Prediabetes in Hindi
प्री-डायबिटीज होने पर खानपान का ध्यान रखने से आप गंभीर रूप से इसका शिकार होने से बच सकते हैं। इस समस्या में आपको शराब का सेवन और स्मोकिंग तुरंत छोड़ देनी चाहिए। इसके अलावा डाइट में सोडियम, शुगर और हाई कार्ब्स वाले फूड्स को शामिल करने से बचना चाहिए। इस समस्या में प्रोसेस्ड फूड्स जैसे नमकीन, चिप्स और बिस्किट आदि का सेवन करने से बचें। प्री-डायबिटीज होने पर हाई फाइबर फूड्स और प्रोटीन आदि की उचित मात्रा वाले फल और सब्जियों का सेवन करें। इसके अलावा डाइट में साबुत अनाज जरूर शामिल करें। यही नहीं, प्री-डायबिटीज से बचने के लिए नियमित रूप से 30 से 40 मिनट तक एक्सरसाइज जरूर करें।
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प्री-डायबिटीज की समस्या के शुरूआती लक्षणों को पहचाना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन सही समय पर लक्षणों को पहचानकर सही कदम उठाने से आप इस गंभीर परेशानी का शिकार होने से बच सकते हैं। प्री-डायबिटीज या बॉर्डरलाइन डायबिटीज से बचाव के लिए आपको खानपान और जीवनशैली का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
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