Atopic Dermatitis: कई बार शिशुओं को स्किन संबंधी समस्याएं हो जाती हैं, जिन्हें देखकर पेरेंट्स परेशान हो जाते हैं।
आजकल के खराब वातावरण में शिशुओं को खास देखभाल की जरूरत होती है। नवजात शिशुओं से लेकर 3 साल तक के बच्चों में बहुत जल्दी-जल्दी बदलाव होते हैं और यही वो समय होता है जब बच्चों को एलर्जी, इंफेक्शन और स्किन की समस्याएं हो सकती हैं। कई बार बच्चों के चेहरे पर सफेद दाग हो जाते हैं, जिसे ठीक करने के लिए पेरेंट्स कई तरह के घरेलू नुस्खे आजमाने लगते हैं। इन सफेद दागों को एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic Dermatitis) कहते हैं। इस लेख में क्लाउड 9 हॉस्पिटल नोएडा के पीडियाट्रिक विभाग के पीडियाट्रिशियन (Paediatrician) शिशिर भटनागर से जानेंगे Atopic Dermatitis के कारण और बचाव के तरीके क्या हैं।
बच्चों के चेहरे पर होने वाले सफेद धब्बों को एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic Dermatitis) या एक्जिमा (Child eczema) कहते हैं। बच्चों में ये समस्या आज के समय में बहुत बढ़ चुकी है। डॉक्टर भटनागर का कहना है कि उनके पास कई पेरेंट्स आ चुके हैं, जिनके बच्चों में एटोपिक डर्मेटाइटिस की समस्या देखने को मिली है।
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डॉक्टर भटनागर का कहना है कि कई लोग बच्चे को गोरा करने के चक्कर में रगड़कर उनको साबुन से नहलाते हैं तो वहीं कई लोग बच्चे के शरीर पर चने से मसाज करते हैं। ऐसे घरेलू उपायों को अपनाने से बच्चे की स्किन और खराब हो सकती है।
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