8 Month Pregnancy in Hindi: प्रेग्नेंसी का आठवां महीना, प्रेग्नेंसी के आखिरी चरणों में शामिल होता है। आठवें महीने में एक तरफ जहां महिलाएं बेहद उत्सुक रहती हैं। वहीं, दूसरी तरफ उनमें डिलीवरी को घबराहट भी बनी होती है। खासकर, जो महिला पहली बार मां बनने वाली होती है, उसे ज्यादा चिंता और डर रहता है। इस महीने में प्रेग्नेंट महिला और घरवाले, बच्चे के स्वागत की तैयारियों में जुट जाते हैं। लेकिन इस महीने में भी महिलाओं को कुछ लक्षणों और बदलावों का सामना करना पड़ता है। आठवें महीने में गर्भाशय का आकार काफी बढ़ जाता है, जिसकी वजह से उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही, इस महीने में शिशु भी काफी हद तक विकसित हो चुका होता है। आइए, फोर्टिस हॉस्पिटल की सीनियर कंसल्टेंट और प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. बंदना सोढ़ी से जानते हैं-
प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में दिखने वाले लक्षण- Pregnancy Eighth Month Symptoms in Hindi
- सांस लेने में तकलीफ
- सांस फूलना
- पीठ में दर्द होना
- स्तनों से द्रव का रिसाव होना
- गर्भाशय की मांसपेशियों में कसाव महसूस होना
- कब्ज की दिक्कत होना
प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में शरीर में होने वाले बदलाव
- प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में पेट का आकार पहले से बड़ा हो जाता है।
- इस दौरान आपको बार-बार पेशाब का अहसास हो सकता है। इस स्थिति में मूत्राशय पर दबाव ज्यादा पड़ता है, जिसकी वजह से बार-बार पेशाब जाने की इच्छा हो सकती है।
- आठवें महीने में नींद लेने में परेशानी हो सकती है। इस दौरान महिलाएं अनिद्रा महसूस कर सकती है।
- आठवें महीने में पेट पर खिंचाव आने लगता है। इसकी वजह से स्ट्रेच मार्क्स भी ज्यादा बनने लगते हैं।
- इस महीने में आपकी त्वचा पर नसें साफ और उभरी हुई नजर आ सकती हैं।
- इस दौरान आपको सीने में जलन महसूस हो सकती है।
- आठवें महीने में हाथों और पैरों पर सूजन आना भी बेहद आम है।
प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में भ्रूण का विकास- Baby Growth in Pregnancy Eighth Month
- प्रेग्नेंसी के आठवें महीने तक शिशु का काफी हद तक शारीरिक विकास हो जाता है। इस महीने में शिशु के शारीरिक अंग पूरी तरह से विकसित हो चुके होते हैं।
- प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में शिशु की लंबाई और आकार भी ज्यादा हो जाता है।
- इस महीने में शिशु बाहर की आवाजों पर प्रतिक्रिया करना शुरू कर देता है। वह किक मार सकता है।
- इस महीने में शिशु को हिचकियां आ सकती हैं।
- आठवें महीने में शिशु की आंखें, पलकें, नाक और कान समेत सारे अंग विकसित हो जाते हैं।
- इस महीने में शिशु के सिर पर बाल भी आने लगते हैं।
- आठवें महीने में शिशु के मस्तिष्क का विकास तेजी से हो जाता है।
- इस महीने तक शिशु का लिंग भी पूरी तरह से विकसित हो चुका होता है।
प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में कौन-से टेस्ट करवाने चाहिए?
प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में आपको कुछ टेस्ट और स्कैन करवाने जरूरी होते हैं। इनमें शामिल हैं-
- इस महीने में ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की जांच करवाना जरूरी है।
- इस महीने में वजन की जांच की जाती है।
- आठवें महीने में सोनोग्राफी की जाती है। इसमें गर्भ में शिशु की स्थिति का स्पष्ट पता लगाया जाता है।
- आठवें महीने में ग्रोथ स्कैन भी की जाती है।
- प्रेग्नेंसी के आठवें शिशु की दिल की धड़कन को सुनने और शारीरिक हलचल देखने के लिए भी टेस्ट किया जाता है।
प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में बरतें ये सावधानियां
- प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में झुकने वाली शारीरिक गतिविधियों को करने से बचें।
- इस दौरान आपको भारी सामान नहीं उठाना चाहिए।
- आठवें महीने में तेजी से चलने से बचना चाहिए।
- जंक फूड और फास्ट फूड से परहेज करें।
- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें।
- एक्सपर्ट के बिना कोई एक्सरसाइज या योग नहीं करना चाहिए।
- शराब, धूम्रपान और कैफीन लेने से बचें।
- इस दौरान बैलेंस डाइट लें और लाइट एक्सरसाइज करें।
- तनाव और चिंता लेने से बचें।